आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 28 फरवरी 2022 : नौहट्टा। सोन कोयल के संगम पर अवस्थित है बाबा दसिसानाथ हर वर्ष महाशिवरात्रि के अवसर लगता है मेला और हजारो की संख्या में भक्त गण करते हैं जलाभिषेक बान्दू गाँव के सांसद प्रतिनिधि प्रणव पांडेय बताते है लंकापति रावण ने जब हिमालय से शिवलिंग लेकर जा रहा था तब उसे लघुशंका लगी और शिवलिंग को बालू पर रखा लाख उठाने की कोशिश की लेकिन नही उठा वही पर स्थापित हो गए मानचित्र में भी देखा जाए तो स्पष्ट नजर आता है कि बान्दू गाँव के सोन के मध्य भाग में एक बड़ा सा चबूतरा है उस पर शिवलिंग है और बगल में चटान है चटानो पर प्राचीन काल से राजाओ का नाम भी अंकित है इतिहासकार डॉ श्याम सुंदर तिवारी भी कइ बार दसिसानाथ पर पहुँचे है और उन्होंने यह भी कहा कि बड़ा ही रमणीक जगह है इतना बाढ़ आने के बाद भी शिवलिंग जस का तस है और लोगो मे आस्था इतना बड़ा है कि बिहार झारखंड से श्रद्धालु पहुँचते है और जलाभिषेक करते है प्रणव पांडेय बताते है कि यहाँ जो भी सच्चे हृदय से पूजा करते हैं उसे मनोकामना पूर्ण हो जाता है मेला तो साल में एक बार फाल्गुन कृष्ण पक्ष के महाशिवरात्रि के अवसर पर लगता है लेकिन सालो भर भक्त लोग रुद्राभिषेक मुंडन कथा पूजन करने पहुँचते है मेले की दृष्टि से बान्दू सहित प्रखंड के सभी गाँव के सामाजिक कार्यकर्ता स्थानीय प्रसासन पहुँच कर मेला को सफल बनाने में मदद करते है क्योकि की इस दिन गुप्ता धाम से लौटने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ ज्यादा होती है लोग दसिसानाथ पर जल चढ़ा कर ही घर जाते है।