संझौली(रोहतास)। प्रखंड क्षेत्र भाकपा माले व राजद कार्यकर्ताओं किसान विरोधी कानून के खिलाफ गुरुवार को संझौली पुरानी थाना से सासाराम – आरा मुख्य पथ होते हुए उदयपुर मोड से न्यू एरिया मुहल्ला तक भाकपा माले व वामदलों ने संयुक्त रूप से विरोध मार्च निकाला । विरोध मार्च का नेतृत्व भाकपा माले के प्रखंड सचिव का. रवि शंकर राम ने करते हुए कहा कि सरकार किसान विरोधी है किसानों को आत्महत्या करने के लिए विवश कर रही हैं । ऐसे विधेयक को वापस लेना ही होगा । भारत के संसदीय इतिहास में पहली बार गुण्डागर्दी तरीके से किसान विरोधी काले कानून का दस्तावेज भारी विरोध के बावजूद मोदी की एनडीए सरकार ने पास कर दी है । इस कानून से देश मे खाद्य सुरक्षा का भी संकट पैदा हो जाएगा ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के किसानों से कहा था कि किसानों के उत्पाद का डे़ढ गुणा मूल्य देगें व स्वामीनाथन आयोग के सीफारीस को लागू करेगें । यह पूरी तरह जुमला साबित हुआ । प्रधानमंत्री ने संसद में कहा था कि किसानों को डरने की जरुरत नही है । किसानों को पूर्ववत एमएसपी मिलता रहेगा ,यह पूरी तरह झूठ साबित हुआ है । इस मामलें में एनडीए का दोगलापन नीति सामने आया है । देश में बिहार पहला प्रदेश है जहां किसानों के मक्के के उपज को एमएसपी पर बिहार सरकार क्यों नहीं खरीद सकी । किसान को अपनी मक्का उत्पाद नौ रु प्रति किलो बेचने के लिए मजबूर होना पडा । अंबानी उसी मक्के को किसानों से खरीद कर 112 रु प्रति किलो बाजार मे बेच रहा है। प्रधानमंत्री मोदी व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरकार सिर्फ किसान विरोधी हीं नहीं मजदूर व बेरोजगार विरोधी भी है। ऐसी सरकार को उखाड़ फेंकने का आहृवान बिहार के किसान-मजदूर,छात्र-युवाओं, महिलाओं, व्यक्ततियो से किया । इस मौके पर जवाहर लाल सिंह , ईश्वर दयाल सिंह, रामदेव पासवान, रामधारी पासवान ,रंजीत पासवान , लाल बहादुर भगत धनजी पासवान , श्रीराम सिंंह, जितेंद्र पासवान, ठेगु पासवान, विजेंद्र पटेल, रंजीत पासवान, राजद कार्यकर्ता अंबिका प्रजापति , पूर्व प्रमुख पवन सिंह , नंद कुमार यादव सहित दर्जनों सदस्य उपस्थित थे ।