दावथ : दावथ प्रखंड में कोरोना काल में भी आस्था का महापर्व छठ व्रत सूर्य को छठ व्रतियों द्वारा अर्ध्य देकर कि 36 घंटे का निर्जला व्रत समाप्त हो गया। सुबह से छठ घाटों पर धीरे – धीरे काफी संख्या में भीड़ लगने लगी और जैसे ही सूरज की लालिमा धरती पर बिखरने लगी छठ व्रती तालाबों और नदियों में डुबकी लगाकर उदयीमान भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया उसके बाद छठ व्रती ठेकुआ का प्रसाद ग्रहण कर उपवास तोडे। छठ घाटों को समाजसेवी व छठ पूजा समितियों द्वारा व्यापक रूप से सजाया गया था। दावथ सूर्यमठ, डेवढ़ी शिवमंदिर ,योगिनी शिव सरोवर, बभनौल सरोवर, मालियाबाग बाग, काव नदी,जमसोना ढोरा नदी,सहित कई तालाबों और नदियों में छठ की छटा काफी अदभुत थी।
जहां तक सुरक्षा का सवाल है उसमें भी प्रशासन ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ा। गौरतलब है कि प्रशासन द्वारा भारी संख्या में पुरूष पुलिस व महिला पुलिस बल की तैनाती की गई है। छठ घाटों का निरीक्षण दंडाधिकारी करते रहें। कुल मिलाकर आस्था का महापर्व शनिवार को समापन हो गया। वही दिनारा विधानसभा के विधायक विजय कुमार मंडल मीडिया से बातचीत के क्रम में कहा की पंचमन्दिर सूर्यमठ पर अगले वर्ष तक सरोवर के चारो तरफ मैं घाट बना दूँगा। और जो भी विकास मंदिर के लिए करना होगा उस के लिए मैं सदैव तत्पर रहूँगा। वही जय बजरंग पूजा समिति दावथ पंचमन्दिर,न्यू युवा क्लब छठ पूजा समिति दावथ के सदस्यों द्वारा छठ व्रतियों के अनेक प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराई गई थी। जिसमे हरिहर राय, संजय यादव, भरत प्रसाद गुप्ता, धीरेंद्र पाण्डेय,,विनोद प्रसाद,मनीष पाल, गोलू दुबे,रमेश पाल, राजू पाल, हरेराम यादव,विष्णु शर्मा,विकास कुमार, पिन्टू यादव,गुड्डू कुमार, सुनील कुमार, नीरज पाल की भूमिका काफी सराहनीय रही।