रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : सासाराम : त्रिस्तरीय चुनाव से पहले जिले के सभी पंचायतों में हुए विकास कार्यों कार्यों की जांच होगी, जिसमें प्रशासन का मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत नल जल योजना पर विशेष फोकस रहेंगी. इसकी जानकारी देते हुए जिला पंचायती राज पदाधिकारी अजय शंकर मिश्र ने बताया कि सोमवार को बिहार सरकार के पंचायती राज विभाग के अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने वीडियोकॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कई विन्दुओं पर चर्चा करते हुए कई दिशा-निर्देश दी है. जिसके आलोक में जिले के सभी पंचायतों में हुए विकास कार्यों की जांच की जाऐगी. इस दौरान जो भी पंचायत प्रतिनिधि चाहें मुखिया हो या वार्ड सदस्य या अन्य, सभी का कार्यशैली एंव विकास कार्यों की समीक्षा की जाऐगी. समीक्षा के दौरान लापरवाही बरतने वाले मुखियाओं या अन्य पंचायत प्रतिनिधियों पर हर हाल में कार्रवाई की जाऐगी. इसको लेकर जिले के सभी प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी को निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि पंचायतस्तर तक नल जल योजना को पहुंचाने और उसका लाभ पहुंचाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है. लेकिन, पंचायतों में हुए नल जल योजना के कार्यों में कई तरह के शिकायतें मिल रही है कि नल जल योजना के कार्य अधूरें है, साथ ही राशि का बंदरबाट व दूरूप्रयोग की शिकायतें मिल रही है. ऐसी स्थिति में सरकार के निर्देश पर उक्त योजना के कार्यों की पून: जांच की जाएगी और दोषी पाऐ जाने वाले मुखिया या अन्य पंचायत प्रतिनिधियों के विरूद्ध कार्रवाई करना सुनिचित किया जाऐगा. साथ ही कार्रवाई करते हुए पंचायत चुनाव से अलग रखा जाऐगा. अर्थात नल जल योजना में लापरवाही बरतने वाले दागी मुखियाओं पर कार्रवाई करते हुए मुखिया पद से हटाया जाऐगा. हटाये जाने की तिथि से पंचायत चुनाव में अगले पांच सालों तक अयोग्य घोषित|