आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 13 जुलाई 2023 : पटनाः भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के गुरुवार को विधानसभा मार्च के दौरान पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी, जिससे कई नेता और कार्यकर्ता घायल हो गए। कई के सिर फट गए तो कई की हड्डियां टूट गई।

विरोध प्रदर्शन में कार्यकर्ता की मौत पर बीजेपी हमलावर, सम्राट चौधरी ने कहा- ‘जंगलराज रिटर्न’ , सम्राट चौधरी ने अपने एक ट्वीट में लिखा, “ममता बनर्जी से प्रेरणा लेते हुए नीतीश बाबू ने भी बिहार को बंगाल बना दिया. राजनीतिक हत्या से अब बिहार भी अछूता नहीं है. वीर भाजपा कार्यकर्ता श्री विजय सिंह जी की कुर्बानी व्यर्थ नहीं जाएगी.” उनके अनुसार, “भाजपा कार्यकर्ताओं पर पड़ी एक एक लाठी इस सरकार के ताबूत में आखिरी कील साबित होगी. स्व० विजय सिंह जी की हत्या बिहार में लोकतंत्र की हत्या है, बिहार और विपक्ष की आवाज को कुचलने का प्रयास है.”

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वहीं, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया है कि बीजेपी बेवजह हुडदंग कर रही है, बिहार में 18 साल तक वो सत्ता में रहे हैं, जबकि महागठबंधन सरकार ने तीन लाख से ज़्यादा नौकरी का विज्ञापन निकाला है. तेजस्वी यादव ने दावा किया है कि सरकार अपना कार्यकाल ख़त्म होने से पहले 10 लाख़ नौकरियां देगी और विधानसभा के मॉनसून सत्र के बाद सरकार नाराज़ शिक्षकों से बात करेगी और हर मुद्दे का समाधान निकालेगी.

बिहार की राजधानी पटना में विधान सभा के घेराव के लिए मार्च निकाल रहे भाजपा नेताओं एवं कार्यकर्ताओं पर बिहार पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज की कड़ी आलोचना करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आरोप लगाया है कि भाजपा कार्यकर्ताओं पर पटना में हुआ लाठीचार्ज राज्य की नीतीश सरकार की विफलता और बौखलाहट का नतीजा है। नड्डा ने यह भी आरोप लगाया कि बिहार की नीतीश-तेजस्वी महागठबंधन की सरकार भ्रष्टाचार के क़िले को बचाने के लिए लोकतंत्र पर हमला कर रही है। नड्डा ने बिना नाम लिए ट्वीट कर कहा कि नीतीश कुमार अपने चार्जशीटड उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को बचाने के लिए अपनी नैतिकता तक भूल गये हैं।

जेपी नड्डा ने बिहार की नीतीश सरकार की आलोचना करते हुए ट्वीट कर कहा,” भाजपा कार्यकर्ताओं पर पटना में हुआ लाठीचार्ज राज्य सरकार की विफलता और बौखलाहट का नतीजा है। महागठबंधन की सरकार भ्रष्टाचार के क़िले को बचाने के लिए लोकतंत्र पर हमला कर रही है। जिस व्यक्ति पर चार्जशीट हुई है, उसको बचाने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री अपनी नैतिकता तक भूल गये हैं।”

लोकजनशक्ति पार्टी रामविलास के चिराग पासवान ने बीजेपी कार्यकर्ता की मौत की निंदा करते हुए सीएम नीतीश कुमार पर सत्ता के नशे में होने का आरोप लगाया। उन्होंने आश्चर्य जताया कि- ‘क्या बिहार में इस समय अघोषित आपातकाल है’।

झारखंड के पूर्व सीएम रघुवर दास ने ट्विटर पर लिखा- बिहार की निकम्मी महाठगबंधन सरकार ने भाजपा कार्यकर्ता की हत्या का महापाप किया है। उनकी गलती बस इतनी थी कि वे बिहार सरकार के कुशासन के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल हुए थे। अंग्रेजी हुकूमत की तरह नीतीश सरकार के बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज में बीजेपी नेता विजय कुमार सिंह जी की मृत्यु लोकतंत्र का काला अध्याय है। शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर राज्य प्रायोजित हिंसा को किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। विजय कुमार की मौत नीतीश सरकार के ताबूत में आखिरी कील साबित होगी।

शिक्षक भी हैं नाराज़

उधर, बिहार में शिक्षक वर्ग भी कई दिनों से नौकरी के मुद्दे पर सरकार के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहा है. बिहार में नियोजित शिक्षकों की एक मांग यह भी है कि सरकार उन्हें सीधे सरकारी कर्मी का दर्ज़ा दे. जबकि सरकार ने इसके लिए बीपीएससी की परीक्षा को पास करना ज़रूरी बना दिया है. इसके अलावा शिक्षकों की नौकरी में राज्य के स्थानीय लोगों को अवसर देने की मांग पर भी बिहार में लगातार शिक्षकों और युवाओं का प्रदर्शन जारी है.

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