भीम संसद कार्यक्रम में जुटी भीड़ से नीतीश गदगद
आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 26 नवंबर 2023 : पटना। बिहार में दलितों की 22% आबादी के जातीय गणना के आधार पर आरक्षण का दायरा 17% से बढाकर 22% करने के बाद सीएम नीतीश कुमार दलितों को वोट साधने मेंलग गये हैं।इसी उद्देश्य से . जदयू की ओर से आज पटना के वेटरनरी कॉलेज मैदान में भीम संसद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. भीम संसद में आई भीड़ से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गदगद दिखे. इसके लिए उन्होंने भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी की जमकर सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 18 सालों में मैंने इतनी भीड़ पटना के वेटरनरी कॉलेज मैदान में कभी नहीं देखी है. कहा कि लोगों की इतनी भीड़ उमड़ी है कि मैदान छोटा पड़ गया है.कार्यक्रम में लोगों की उमड़ी भीड़:भीम संसद में उमड़ी भीड़ ने मुख्यमंत्री और जदयू नेताओं का उत्साह बढ़ा दिया है. ऐसे तो यह कार्यक्रम 5 नवंबर को ही होने वाला था, लेकिन शीतकालीन सत्र शुरू होने के कारण इसे 26 नवंबर तक टाला गया.
कार्यक्रम की जिम्मेदारी मुख्य रूप से भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी और अन्य दलित मंत्रियों के कंधे पर दी गई थी. कार्यक्रम में सीएम को सम्मनित भी किया गया. लोकसभा का 2024 के चुनाव और 2025 के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पूर्व सीएम जीतन राम मांझी और सासंद चिराग पासवान के राजग के साथ होने से सत्तारूढ महागठबंधन के लिए दलित वोटरों को भुनाने की कठिन चुनौती है। सीएम ने बापू सभागार में बीजेपी के कार्यक्रम के फेल होने पर तंज भी कसा, बिहार को विशेष राज्य का दर्जा की मांग:
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि गरीबों की योजना के लिए ढाई लाख करोड़ की जरूरत है, इसलिए केंद्र से विशेष राज्य के दर्जे की मांग कर रहे हैं. इसको लेकर पूरे बिहार में अभियान चलाया जाएगा, जिसमें उन्होंने लोगों से हाथ उठाकर समर्थन भी लिया. वहीं उन्होंने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के लिए और अधिक काम करने का आश्वासन दिया.बिहार के विकास के लिए दो लाख 50 हजार करोड़ रुपए चाहिए, जिसमें 5 साल लगेंगे. लेकिन बिहार को अगर विशेष राज्य का दर्जा मिल जाएगा तो वो काम 2 साल में ही पूरा हो जाएगा. अब बिहार को दर्जा दिलाने के लिए पूरा अभियान चलाया जाएगा. जिसमें आप सभी से साथ देने का आग्रह करेंगे. केंद्र सरकार सेन्ट परसेंट किसी चीज में मदद नहीं करती. 60 परसेंट करती है, 40 परसेंट राज्य का रहता है, लेकिन कहीं नहीं लिखती है कि राज्य सरकार ने भी कुछ किया है.
सीएम नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो लोग कोई काम नहीं कर रहे हैं. बिहार को क्या मदद कर रहे हैं? 100 में 60% देते हैं, जिसमें 40% तो बिहार को ही लगाना पड़ता है, लेकिन कहीं भी इस बात का जिक्र नहीं होता है कि केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से मिलकर काम किया जा रहा है. केंद्र वाले प्रचार-प्रसार में सिर्फ अपना क्रेडिट लेते हैं. कार्यक्रम को जदयू के अध्यक्ष ललन सिंह ने भी संबोधित किया।पार्टी के प्देश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने अध्यक्षता की।