रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : 01 जून 2021 : दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शाम कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं पर एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता करने के बाद सीबीएसई की कक्षा 12 की परीक्षा रद्द कर दी है । पीएम मोदी ने कहा कि कक्षा 12 सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं पर यह फैसला महामारी के कारण पैदा हुई अनिश्चित स्थिति के कारण छात्रों के हित में लिया गया था। प्रधानमंत्री को कक्षा 12 के छात्रों के लिए सभी संभावित विकल्पों के बारे में जानकारी दी गई।

महामारी के बीच सीबीएसई और अन्य राज्य बोर्ड परीक्षाओं के भाग्य पर चर्चा के लिए आज शाम साढ़े पांच बजे से समीक्षा बैठक हुई । अधिकारियों ने अब तक आयोजित व्यापक और व्यापक परामर्श और राज्य सरकारों सहित सभी हितधारकों से प्राप्त विचारों पर विस्तृत प्रस्तुति दी ।

अच्छी तरह से परिभाषित उद्देश्य मानदंडों पर कक्षा 12 परिणाम

केंद्रीय मंत्रियों और अन्य अधिकारियों के साथ पीएम मोदी की अहम बैठक के दौरान यह भी निर्णय लिया गया कि सीबीएसई कक्षा 12 के छात्रों के परिणामों को समयबद्ध तरीके से ‘ सुपरिभाषित वस्तुनिष्ठ मापदंड ‘ के अनुसार संकलित करने के लिए कदम उठाएगा । पीएम ने कहा, ‘ कक्षा 12वीं के परिणाम समयबद्ध तरीके से सुपरिभाषित वस्तुनिष्ठ मापदंड के अनुसार किए जाएंगे ।

12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा 2021 पर पीएम मोदी ने क्या कहा

पीएम नरेंद्र मोदी ने महामारी की स्थिति के चलते इस साल कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा रद्द करने की घोषणा की है। उन्होंने ट्वीट में लिखा, भारत सरकार ने 12वीं कक्षा की सीबीएसई बोर्ड परीक्षाएं रद्द करने का फैसला किया है। व्यापक विचार-विमर्श के बाद, हमने एक निर्णय लिया है जो छात्र हितैषी है, जो हमारे युवाओं के स्वास्थ्य के साथ-साथ भविष्य की सुरक्षा करता है ।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कक्षा 12 सीबीएसई परीक्षाओं पर यह फैसला छात्रों के हित में लिया गया है । उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस ने अकादमिक कैलेंडर को प्रभावित किया है और बोर्ड परीक्षा के मुद्दे से छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों में भारी चिंता पैदा हो रही है, जिसे समाप्त किया जाना चाहिए । पीएम ने कहा, हमारे छात्रों का स्वास्थ्य और सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है और इस पहलू पर कोई समझौता नहीं होगा । उन्होंने कहा कि आज के समय में इस तरह की परीक्षाएं हमारे युवाओं को खतरे में डालने का कारण नहीं हो सकतीं। पीएम मोदी ने कहा, ‘ छात्रों को ऐसी तनावपूर्ण स्थिति में परीक्षा में बैठने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए, उन्होंने बताया कि सभी हितधारकों को छात्रों के लिए संवेदनशीलता दिखाने की जरूरत है । पीएम मोदी ने यह भी कहा कि मौजूदा कोविड-19 की स्थिति पूरे देश में गतिशील स्थिति है। हालांकि देश में संख्या कम हो रही है और कुछ राज्य प्रभावी सूक्ष्म नियंत्रण के माध्यम से स्थिति का प्रबंधन कर रहे हैं, कुछ राज्यों ने अभी भी लॉकडाउन का विकल्प चुना है । ऐसी स्थिति में छात्रों के स्वास्थ्य को लेकर छात्र, अभिभावक और शिक्षक स्वाभाविक रूप से चिंतित हैं।

व्यापक परामर्शदात्री प्रक्रिया का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने इस बात की सराहना की कि भारत भर के सभी हितधारकों से परामर्श करने के बाद छात्र हितैषी निर्णय लिया गया है । पीएम ने इस मुद्दे पर फीडबैक देने के लिए राज्यों का शुक्रिया भी अदा किया। यह भी निर्णय लिया गया कि पिछले वर्ष की तरह यदि कुछ छात्र परीक्षा लेने की इच्छा रखते हैं तो सीबीएसई द्वारा जब भी स्थिति अनुकूल हो जाएगी, ऐसा विकल्प उन्हें उपलब्ध कराया जाएगा ।

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