शारीरिक शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने की भी उठी मांग
आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 14 जून 2023 : पटना। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी सहित पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने नई शिक्षक नियमावली को लेकर शिक्षको॔ की लड़ाई में पूरी मुस्तैदी के साथ देने का भरोसा दिया है। शिक्षक संगठनों के लोगों ने सोमवार को पार्टी कार्यालय में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी और विधानमंडल में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा से मुलाकात की और अपनी समस्याओं से अवगत कराया।
विपक्षी दल भाजपा की ओर ने शिक्षक संगठनों के नेताओं को भरोसा दिया गया कि पार्टी उनके साथ है। शिक्षक संगठनों के नेताओं के साथ हुई बैठक के बाद प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि सरकार हड़बड़ी में शिक्षक नियुक्ति नियमावली लाई है, जिसमें कई गड़बड़ियां हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को राज्य कर्मियों का दर्जा दिलाने के लिए जुलाई महीने में राजभवन मार्च करेंगे l उन्होंने कहा कि शिक्षकों के साथ बिहार की सरकार ने छलावा किया है। बिहार के शिक्षक अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं l जिस राज्य के शिक्षकों के साथ इस प्रकार का व्यवहार होगा वहां के शिक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे है l उन्होंने शिक्षक संगठन से कहा कि कहा कि पूरी मुस्तैदी के साथ हम आप की लड़ाई लड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि जो शिक्षक पहले ही दो से तीन परीक्षा देकर 10 से ज्यादा वर्षों से नौकरी कर रहे हों, उसे फिर से एक और परीक्षा देने के लिए कहा जाना, कैसे न्यायसंगत ठहराया जा सकता है। आज उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात जहां भी भाजपा की सरकार है। वहां बेहतर शिक्षा व्यवस्था और शिक्षकों का सम्मान सरकार की प्राथमिकता है। जब बिहार में एनडीए सरकार थी तब ही शिक्षकों की नियुक्ति का निर्णय लिया जा चुका था, लेकिन सरकार बदलते ही शिक्षकों को बरगलाने के लिए नई शिक्षक नियुक्ति नियमावली सरकार ले आई।
वहीं विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि सरकार नियमावली को सुधारे। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को सामाजिक सम्मान और बच्चों की प्रतिभा को बढ़ाने के लिए प्रतिभावान शिक्षकों की नियुक्ति की जाए। नियोजित शिक्षकों को सम्मान करते हुए नियमावली बनाई जाए जिससे शिक्षकों का भी मनोबल बढ़े और शैक्षणिक वातावरण तैयार हो। उन्होंने कहा कि बिहार में अगर भाजपा की सरकार बनाती है तो यूपी और गुजरात का शिक्षा मॉडल लागू होगा। शिक्षक नेता विधान पार्षद नवल किशोर यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी शिक्षकों के मांगों को लेकर सड़क से सदन तक लड़ाई लड़ेगी l शिक्षकों को निराश नहीं होने देंगे इधर शारीरिक शिक्षा को सैद्धांतिक विषय घोषित करने की मांग आज बिहार प्रदेश भाजपा कार्यालय में विभिन्न शिक्षक संगठनों के साथ वार्ता के दौरान उठी। केन्द्र सरकार के नयी शिक्षा नीति के तर्ज पर राज्य में भी शारीरिक शिक्षा को अनिवार्य विषय घोषित करने की बातों को माध्यमिक शारीरिक शिक्षक संघ बिहार के अध्यक्ष शिव नारायण पाल व महासचिव गौरी शंकर ने संयुक्त रूप से तर्कसंगत ढंग से रखा। नियोजित शिक्षकों को भी राज्यकर्मी का दर्जा देने के साथ-साथ प्रभारी प्रधानाध्यापक व प्रधानाध्यापक बनाने पर बल देते हुए महासचिव गौरी शंकर ने कहा कि शारीरिक शिक्षक भी अन्य विषयों की तरह योग्यता रखते हैं फिर भी राज्य सरकार द्वारा इसके शिक्षकों को हासिये पर रखने का काम कर रही है।
अध्यक्ष शिव नारायण पाल ने सलाह देते हुए कहा कि विद्यालय में खेलकूद की घंटी बजनी चाहिए ताकि विद्यार्थियों के थके हुए मन-मस्तिष्क को नई ऊर्जा मिल सके। बिहार के शिक्षक संगठन बिना शर्त सरकारीकर्मी बनाने की मांग कर रहे हैं महागठबंधन सरकार ने बीपीएससी के माध्यम शिक्षकों की नियुक्ति करने और कार्यरत नियोजित शिक्षकों को बीपीएससी की परीक्षा पास करने पर ही सरकारीकर्मी बनाने के साथ अध्यापक की नया कैडर में रखने की ठान रखी है। बिहार में लागू नई शिक्षक नियुक्ति के विरोध में शिक्षक सड़क पर उतरे हैं । बीपीएससी की परीक्षा नहीं देने के साथ-साथ जन जागरण अभियान के तहत जनप्रतिनियों से मांग के समर्थन में हस्ताक्षर ले रहे हैं।