शेयर बाजार धड़ाम! सेंसेक्स गिरा 1,018 अंक – 9 लाख करोड़ का नुकसान, जानें क्या हुआ?! 🔥📉भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट, सेंसेक्स 1,018 अंक लुढ़का
आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 11 February 2025 : मुंबई: मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार में तेज गिरावट दर्ज की गई, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। बाजार के प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी लाल निशान में बंद हुए। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 1,018 अंकों (1.32%) की गिरावट के साथ 76,293 पर और निफ्टी 309 अंकों (1.33%) की गिरावट के साथ 23,071 पर बंद हुआ।
बाजार में नकारात्मक रुझान
पूरे दिन बाजार में बिकवाली का दबाव देखने को मिला। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में 532 शेयरों ने बढ़त दर्ज की, जबकि 3,469 शेयरों में गिरावट रही और 96 शेयर बिना किसी बदलाव के बंद हुए।
इस गिरावट की वजह से बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण 9 लाख करोड़ रुपये घटकर 408 लाख करोड़ रुपये रह गया, जिससे निवेशकों को बड़ा झटका लगा।
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में सबसे ज्यादा नुकसान
इस गिरावट में लार्जकैप शेयरों के मुकाबले मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों पर सबसे ज्यादा असर पड़ा।
- निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 1,583 अंक (3.02%) गिरकर 50,887 पर पहुंच गया।
- निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 574 अंक (3.45%) की गिरावट के साथ 16,074 पर बंद हुआ।
इन आंकड़ों से साफ है कि छोटे और मझोले कंपनियों के शेयरों में सबसे ज्यादा बिकवाली हुई।
सभी सेक्टोरल इंडेक्स में गिरावट
बाजार की चौतरफा गिरावट में सभी सेक्टर्स के इंडेक्स प्रभावित हुए।
निफ्टी के सभी प्रमुख सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए:
- निफ्टी ऑटो
- निफ्टी आईटी
- निफ्टी पीएसयू बैंक
- निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज
- निफ्टी फार्मा
- निफ्टी एफएमसीजी
- निफ्टी मेटल
- निफ्टी रियल्टी
- निफ्टी एनर्जी
- निफ्टी प्राइवेट बैंक
- निफ्टी इन्फ्रास्ट्रक्चर
- निफ्टी मीडिया
बाजार के हर सेक्टर में बिकवाली हावी रही, जिससे सभी इंडेक्स नुकसान में रहे।
सेंसेक्स में 30 में से 29 शेयर लाल निशान में
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 29 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई, जबकि सिर्फ भारती एयरटेल ही हरे निशान में बंद हुआ।
टॉप लूजर्स (सबसे ज्यादा गिरने वाले शेयर)
- जोमैटो
- टाटा स्टील
- टाटा मोटर्स
- पावर ग्रिड
- एलएंडटी
- बजाज फिनसर्व
- कोटक महिंद्रा बैंक
- आईटीसी
- अल्ट्राटेक सीमेंट
- एचयूएल
- सन फार्मा
- टीसीएस
- एमएंडएम
- एनटीपीसी
- रिलायंस इंडस्ट्रीज
इन सभी प्रमुख कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई।
शेयर बाजार में गिरावट के कारण
1. अमेरिका द्वारा स्टील और एल्युमिनियम पर 25% टैरिफ लगाना
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आयातित स्टील और एल्युमिनियम उत्पादों पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा की। इस फैसले से वैश्विक बाजारों में चिंता बढ़ गई, जिससे भारतीय बाजार भी प्रभावित हुआ।
2. मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों के ऊंचे वैल्यूएशन पर चिंता
ICICI प्रूडेंशियल AMC के CIO एस नरेन ने मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों के अधिक वैल्यूएशन को लेकर चिंता जताई थी। उनके बयान के बाद छोटे और मझोले शेयरों में भारी बिकवाली देखने को मिली।
3. वैश्विक बाजारों से कमजोर संकेत
अमेरिकी और एशियाई बाजारों में कमजोरी का असर भारतीय शेयर बाजार पर भी पड़ा। विदेशी निवेशकों ने भी बिकवाली बढ़ाई, जिससे बाजार दबाव में आ गया।
शेयर बाजार की कमजोर शुरुआत
बाजार की शुरुआत भी गिरावट के साथ हुई थी।
- सुबह 9:30 बजे सेंसेक्स 172 अंकों (0.22%) की गिरावट के साथ 77,138 पर था।
- निफ्टी 69 अंकों (0.30%) की गिरावट के साथ 23,315 पर कारोबार कर रहा था।
धीरे-धीरे बिकवाली का दबाव बढ़ता गया और बाजार ने भारी नुकसान के साथ दिन का कारोबार खत्म किया।
निवेशकों के लिए क्या संकेत?
- बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है, इसलिए नए निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए।
- विशेषज्ञों के अनुसार, मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में अभी और करेक्शन देखने को मिल सकता है।
- लंबी अवधि के निवेशकों को गिरावट में मजबूत कंपनियों के शेयर खरीदने के मौके तलाशने चाहिए।
- वैश्विक घटनाक्रमों पर नजर बनाए रखना जरूरी है, क्योंकि अमेरिकी नीतियों का असर भारतीय बाजार पर पड़ सकता है।
निष्कर्ष
मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार में जोरदार गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स 1,018 अंक और निफ्टी 309 अंक गिरकर बंद हुए। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भारी बिकवाली रही। अमेरिकी नीतियों और वैश्विक बाजारों की कमजोरी से निवेशकों की चिंता बढ़ गई।
आने वाले दिनों में बाजार की दिशा वैश्विक कारकों और घरेलू आर्थिक संकेतकों पर निर्भर करेगी। निवेशकों को सतर्क रहने की जरूरत है।
