संयोजक बन कर वे राज्यों में परस्पर विरोधी दलों में समझौता नहीं करा सकते , कोई क्षेत्रीय दल दूसरे क्षेत्रीय दल को स्वीकार नहीं करेगा
आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 02 जनवरी 2024 : पटना। पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि इंडी गठबंधन में संयोजक का पद मुंशी जैसा पद है और इसे भी पाने के लिए नीतीश कुमार भाजपा के साथ जाने का डर दिखा कर सौदेबाजी कर रहे हैं। सुशील मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाये जाने की सारी सम्भावनाएँ समाप्त होने पर अब वे संयोजक -पद के लॉली पॉप से प्रतिष्ठा बचाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि संयोजक का काम बैठकों की सूचना देना और आंकड़े जुटाना भर होता है।
सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार यदि संयोजक बन ही गए तो क्या वे पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी और माकपा के बीच समझौता करा सकते हैं? क्या वे दिल्ली और पंजाब में कांग्रेस और केजरीवाल के बीच की दूरी पाट सकते हैं? उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में सपा, बसपा और कांग्रेस को साझा प्रत्याशी के लिए सहमत करना और केरल में कांग्रेस और वाममोर्चा के बीच तालमेल बनाना क्या नीतीश कुमार के संयोजक बनने से सम्भव हो जाएगा?
सुशील मोदी ने कहा की दो राज्यों में सरकार चलाने वाली केजरीवाल की पार्टी और 200 विधायकों की पार्टी टीएमसी से 44 विधायकों वाले जदयू के नेता नीतीश कुमार का क्या मुकाबला है? उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय दल के किसी नेता को दूसरी क्षेत्रीय पार्टी या राष्ट्रीय पार्टी नहीं स्वीकार करेगी। फिर भी नीतीश कुमार भागते भूत की लगोटी झपट लेना चाहते हैं। इस पूरी राजनीति में देशहित और लोकहित का भाव कहीं नहीं है।