हिन्दू- 81.99%, मुस्लिम- 17.70%, ईसाई-0.05%, सिख- 0.01%, बौद्ध-0.08%
आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 01 अक्टूबर 2023 : पटना। बिहार के मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह ने जानकरी देते हुए बताया बिहार में हुई जाति आधारित जनगणना की रिपोर्ट जारी हो गई है. बिहार में पिछड़ा वर्ग 27.13% है. अत्यंत पिछड़ा वर्ग 36.01%, सामान्य वर्ग 15.52% है. बिहार की कुल आबादी 13 करोड़ से अधिक है।
बिहार सरकार ने जातीय जनगणना पर आंकड़े जारी कर दिए है। बिहार में यादव आबादी 14% और कुर्मी आबादी 2.87 % है। भूमिहार की 2.86 % आबादी है। राजपूतो की आबादी 3.47 % बताई गई है। ब्रह्मण की आबादी 3.86,अनुसूचित जाती 19.65 %, ST 1.68 % आबादी बताई गई है।
कायस्थ – 0.60%, कुशवाहा – 4.27, कुरमी- 2.87%, तेली- 2.81%, मुसहर- 3.08%, सोनार-0.68% आबादी बताई गई है।
बिहार के पूर्व CM और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने कहा आज गांधी जयंती पर हम सभी इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बने हैं। भाजपा की तमाम साजिशों, कानूनी अड़चनों और तमाम साजिशों के बावजूद आज बिहार सरकार ने जाति आधारित सर्वे जारी कर दिया। ये आंकड़े वंचितों, उपेक्षितों और गरीबों के समुचित विकास और प्रगति के लिए समग्र योजना बनाने और आबादी के अनुपात में वंचित समूहों को प्रतिनिधित्व देने में देश के लिए एक उदाहरण स्थापित करेंगे।
वही बिहार सरकार द्वारा जातीगत जनगणना की रिपोर्ट जारी करने पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह “जातीय जनगणना बिहार की गरीब जनता में भ्रम फैलाने के सिवा कुछ नहीं है। नीतीश कुमार के 15 साल और लालू यादव के 18 साल के अपने कार्यकाल का रिपोर्ट कार्ड देना चाहिए था कि उन्होंने अपने कार्यकाल में गरीबों का क्या उद्धार किया, कितने लोगों को नौकरी दी। यह रिपोर्ट भ्रम के अलावा कुछ नहीं।”