6 महीने और 10 सुनवाई के बाद आया फैसला
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आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 06 फरवरी 2024 : चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र में चाचा भतीजे को बीच पार्टी पर हक को लेकर चल रहे विवाद में मंगलवार को बड़ा फैलसा सुनाया. चुनाव आयोग ने स्पष्ट कर दिया कि भतीजे अजित पवार ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और उसके चुनाव चिन्ह के असली हकदार हैं. शरद पवार गुट के लिए यह चुनाव आयोग से बड़ा झटका माना जा रहा है. चुनाव आयोग के समक्ष बीते छह महीने के अंदर 10 से अधिक सुनवाई के बाद अजित पवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह दिया गया. अजित पवार पहले ही अपने चाचा शरद पवार की पार्टी से अलग होने के बाद महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार में बतौर उपमुख्यमंत्री शामिल हो चुके हैं.आयोग ने दोनों गुटों द्वारा दायर समर्थन के हलफनामों की जांच की और निष्कर्ष निकाला कि याचिकाकर्ता (अजित पवार) के नेतृत्व वाले समूह को विधायकों के बीच बहुमत का समर्थन प्राप्त है. उपरोक्त निष्कर्षों के मद्देनजर, इस आयोग का मानना है कि याचिकाकर्ता, अजित पवार के नेतृत्व वाला गुट ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और उसके चुनाव प्रतीक घटी को इलेक्शन सिंबल ऑर्डर 1968 के तहत इस्तेमाल करने का हकदार है.
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