आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 06 सितम्बर 2022 : दिल्ली : सड़क दुर्घटना में टाटा संस के पूर्व चेयरमैन सायरस मिस्त्री के निधन के बाद कार में सीट बेल्ट की अनिवार्यता पर एक बार फिर बहस छिड़ गई है। इस बीच, केंद्रीय सड़क तथा परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बड़ा बयान दिया है। गडकरी ने एक इंटरव्यू में कहा, कार में बैठने वाले सभी लोगों के लिए सीट बेल्ट लगाना अब अनिवार्य होगा। इस पर नियम अगले 2-3 दिनों के भीतर जारी कर दिए जाएंगे। नितिन गडकरी ने यह भी कहा कि कार कंपनियों के लिए पिछली सीट पर बेल्ट नहीं लगाने की स्थिति में भी अलार्म अनिवार्य करने की तैयारी कर रही है। अभी आगे की सीट बेल्ट के लिए ही अलार्म अनिवार्य है।
सीट बेल्ट से इस तरह होता है यात्री का बचाव
इस बीच, महाराष्ट्र में एलटीएमजी मेडिकल कालेज में फोरेंसिक मेडिसिन के विभागाध्यक्ष डा. राजेश ढेरे ने कहा कि कार में पीछे की सीट पर बैठते समय शायद ही लोग सीट बेल्ट पहनते हैं। उन्होंने विज्ञान का नियम समझाते हुए कहा, चलती हुई गाड़ी में हमारा शरीर भी उसी गति से आगे बढ़ रहा होता है। गाड़ी की गति जब 100 किमी प्रति घंटे या इससे ज्यादा होती है, तो इसे अचानक रोके जाने पर हमारा शरीर भी नहीं रुक जाता। इनर्शिया फोर्स (जड़त्व बल) के चलते यह तेज रफ्तार से सामने वाली सीट से टकराता है। इससे सिर, गला और रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट आती है। इससे व्यक्ति की मृत्यु हो सकती है या वह गंभीर रूप से घायल हो सकता है। सीट बेल्ट के जरिये इनर्शिया फोर्स को नियंत्रित किया जाता है और मृत्यु की आशंका भी कम हो जाती है।
पांच साल में 59 हजार से अधिक मौतें
नेशनल हाईवे पुलिस द्वारा जारी किए गए आंकड़ों पर गौर करें तो सड़क दुर्घटनाओं की स्थिति बेहद भयावह है। अकेले महाराष्ट्र में पांच साल से भी कम समय में 59 हजार से अधिक मौतें सड़क दुर्घटनाओं में हुई है। जबकि 80 हजार से अधिक घायल हो गए। एक रिपोर्ट के अनुसार देश में सड़क दुर्घटनाओं में मारे गए लोगों में 11 प्रतिशत मौतों की वजह सीट बेल्ट न बांधना है। जबकि 30.1 प्रतिशत मौतें हेलमेट न पहनने की वजह से होती हैं।