आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 11 जून 2022 : डेहरी आन सोन । डेहरी पुलिस केंद्र में चल रहे महिला प्रशिक्षु सिपाहीयों व सिविलियन आम महिलाओं व लड़कियों को सुरक्षा आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर का एक माह ट्रेनिंग देने के बाद शुक्रवार को समापन हो गया। इस प्रशिक्षण शिविर में पुलिस केंद्र की प्रशिक्षु महिला सिपाहीयों व परिसर में बाहर रह रहीं आम लडकियों महिलाओं ने हिस्सा लिया। प्रशिक्षण शिविर रोहतास पुलिस के द्वारा मिशन निर्भया के तहत प्रोजेक्ट सशक्त की देखरेख में चला।
प्रशिक्षण शिविर में प्रशिक्षु महिला सिपाहीयों व आम लड़कियों को महिला कमांडो प्रशिक्षक जानकी कुमारी, रिमी कुमारी, खुशबू कुमारी के देखरेख में ट्रेनिंग दी गई।
महिला आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर को लेकर पुलिस अधीक्षक की ओर से नियुक्त की गई महिला कमांडो प्रशिक्षक प्रशिक्षु सिपाहियों व आम लड़कियों को प्रतिक्षण दे रहीं हैं। शिविर में सिखाया जाता है कि घर से बाहर विद्यालय, कॉलेज, बाजार और रास्ते में शरारती तत्वों से महिलाएं अपनी आत्मरक्षा कैसे कर सकेंगी और उससे कैसे मुकाबला कर उसे सबक सिखा सकेंगी। केवल कराटे का ही प्रशिक्षण नहीं दिया जा रहा है बल्कि सभी तरह की आत्मरक्षा की तकनीकों की जानकारी दी जाती है जिससे शारीरिक ताकत की बजाए लड़कियां तकनिकी माध्यम से आसानी से अपनी रक्षा कर सकें।
महीला कमांडो जानकी कुमारी ने प्रशिक्षु महिला सिपाहीयों व आम लडकियों को संबोधित करते हुए कहा कि सक्षम महिला, निर्भय महिला के रूप में हर महिला को आज के समय में खुद को स्थापित करना होगा। आप प्रतिदिन अखबारों में यह देखती ही हैं, कि कही न कही महिलाओं के ऊपर अत्याचार हो ही रहा है तो इस को रोकने के लिए आप लोगों को पहल करनी ही होगी, नहीं तो इन अत्याचारों से मुक्ति मिलना आसन नहीं होगी। कहा कि आप लोग इस तरह की ट्रेनिंग लेने या घर की लड़कियों को दिलवाने से कतराती हैं, यह आज के समय को देखते हुए बहुत जरुरी है कि हर लड़की खुद की सुरक्षा स्वयं कर सके।
प्रशिक्षण शिविर में महिलाओं को सेल्फ डिफेंस, सिंगल, डबल, ट्रिपल, हुक, फेस पंचेज, इस्टेट, टाइगर जम्प , स्टंट, डोलियों किक के साथ विभिन्न तरीकों से पकड़ से छुड़ाने, अटैक करने जैसे बॉल पेन, हेअर पिन, सेंडिल, नाखूनों इत्यादि का प्रयोग मुश्किल समय में कैसे करना है, इसका प्रशिक्षण दिया।
इस संबंध में एसपी आशीष भारती ने बताया कि मिशन निर्भया के तहत प्रोजेक्ट सशक्त महिला सुरक्षा के दृष्टिकोण से लगातार विभिन्न कार्यवाही की जा रही है। जहां महिलाओं को आत्मरक्षार्थ बल के लिए टेक्निक्स को सिखाया गया है ताकि उनका विषम परिस्थिति आने पर ना सिर्फ अपना बचाव कर सके बल्कि अन्य लोगों का भी बचाव कर सकें। इसमें महिला प्रशिक्षु सिपाहियों तथा रोहतास जिला के आम लड़कियों को मिलाकर ट्रेनिंग दी गई है और यह दूसरा बैच है। इसके पहले भी एक बैच को ट्रेनिंग दी जा चुकी है। इन लोगों ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। बल्कि आज हम लोगों ने देखा कि इस बार जो सिविलियन महिला नागरिक गण हैं उनके द्वारा भी सभी प्रकार के ट्रेनिंग को अच्छे तरीके से किया गया। साथ ही जो प्रशिक्षित महिलाएं हैं वह अपनी सुरक्षा भी कर सकेंगी और अन्य महिलाओं की भी सुरक्षा कर सकेंगी। और इसके लिए अगला बैच भी प्रारंभ करेंगे और इससे जो भी लोग इसका लाभ उठाना चाहते हैं अधिक से अधिक संख्या में जुड़ कर के इसका लाभ उठाएं यह बिल्कुल निशुल्क है और उनके आत्मबल को जरूर बढ़ाएं। मौके पर हेडक्वार्टर डीएसपी 1 राजेश कुमार हेडक्वार्टर डीएसपी 2 सरोज कुमार साह, सार्जेंट मेजर रामाकांत प्रसाद, बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक यादव सहीत अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे ।