आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 10 सितम्बर 2022 : रांची : मुख्यमंत्री रहते हुए खनन लीज अपने नाम कराने के मामले में झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन की विधायकी खतरे में होने के साथ अब उनके भाई बसंत सोरेन की भी विधायकी खतरे में आ गई है। भारत निर्वाचन आयोग ने बसंत के मामले में सुनवाई पूरी कर संचिका राजभवन भेज दी है इस संचिका में चुनाव आयोग ने अपनी ओर से सिफारिश भी दर्ज कराई है अब राज्यपाल को इस मामले में निर्णय करना है। हेमंत सोरेन के खनिज लीज मामले में चुनाव आयोग ने गत 22 अगस्त को सुनवाई पूरी कर फैसला सुरक्षित रख लिया था।
बीजेपी ने हेमंत सोरेन के साथ-साथ बसंत सोरन को लेकर भी ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी चुनाव आयोग में सुनवाई के दौरान बसंत सोरेन की तरफ से उनके अधिवक्ता ने कहा कि ये मामला राज्यपाल के अधिकार क्षेत्र का नहीं है और इसको नजर अंदाज करते हुए राजभवन ने संविधान के अनुच्छेद 191 (1) के तहत चुनाव आयोग से मंतव्य मांगा है। बीजेपी का आरोप है कि बसंत सोरेन ने चुनाव आयोग में अपनी संपत्ति से जुड़ी सही जानकारी नहीं दी है।इस वजह से उनपर कंफ्लिक्ट ऑफ इंट्रेस्ट का मामला बनता है. ऐसे में उनकी विधानसभा की सदस्यता रद्द की जाए. जिसके बाद बसंत सोरेन को आयोग ने नोटिस जारी कर मामले की सुनवाई की।