सुशील कुमार मोदी ने कहा कि 2016 में शराबबंदी लागू होने के बाद से जहरीली शराब पीने की घटनाओं में 300 से ज्यादा लोगों की मौत हुई।
आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 17 अप्रैल 2023 : पटना। बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने जहरीली शराबकांड के पीड़ितों के लिए बड़ा ऐलान किया है. मुख्यमंत्री ने कहा है कि मृतकों के आश्रितों को 4-4 लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा. पीड़ित परिवारों को इसके लिए पूरी जानकारी देनी होगी. उन्होंने कहा कि साल 2016 से अब तक जितनी भी मौतें जहरीली शराब से हुई हैं, सभी को मदद करेंगे.सीएम नीतीश ने मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे का ऐलान कर दिया है. नीतीश कुमार ने कहा कि हम लगातार शराबबंदी को लागू कराने के लिए काम कर रहे हैं लेकिन उसके बाद भी घटनाएं हो रही हैं, यह बड़ा दुखद है. हमने सोच लिया है कि पीड़ितों की मदद करेंगे. 2016 से लेकर अब तक जितनी भी मौतें जहरीली शराब पीने से हुई है,सभी के आश्रितों को मुआवजा दिया जाएगा. सीएम रिलीफ फंड से राशि जारी की जाएगी.
उधर , पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार ने जहरीली शराब से मरने वालों के आश्रितों को 4-4 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा भाजपा के दबाव में और आधे-अधूरे मन से की। इससे ऐसे मृतकों के परिवारों को तो कोई राहत नहीं मिलेगी, जिनके जहरीली शराब से मौत का आंकड़ा छिपाया गया। सुशील कुमार मोदी ने कहा कि सरकार को बताना चाहिए कि जहरीली शराब पीने से मौत होने पर पुलिस के डर से जिनका शव बिना पोस्टमार्टम कराये जला दिया गया और जिनकी मौत का कारण सरकार ने डायरिया या अज्ञात बीमारी बता दिया, उनके परिवार को मुआवजा कैसे मिलेगा? इस पर मुख्यमंत्री को स्पष्ट घोषणा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने सारण में जहरीली शराब से 77 लोगों के मरने की पुष्टि की, जबकि सरकार ने केवल 12 लोगों की मौत का कारण जहरीली शराब को माना था। 30 लोगों की मौत अन्य बीमारियों से बताकर सरकार ने सारण में मात्र 42 मौत की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को ” जो पीएगा, सो मरेगा” वाले बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए। जहरीली शराब पीने से मरने वालों और उनके गरीब आश्रितों के प्रति ऐसा कठोर रवैया रखने के कारण सैंकड़ों परिवार मुआवजा पाने से वंचित रहे।
सुशील कुमार मोदी ने कहा कि वर्ष 2016 में पूर्ण मद्यनिषेध लागू होने के बाद से जहरीली शराब पीने से मौत की घटनाओं में 300 से ज्यादा जानें गईं, जबकि राज्य सरकार ने नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो को मात्र 23 के मरने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अब अगर सरकार पीड़ित परिवारों की मदद करना चाहती है, तो उसे आवेदन नहीं, केवल शपथपत्र लेकर 4-4 लाख रुपये की राशि ब्याज के साथ भुगतान करनी चाहिए। श्री मोदी ने कहा कि जहरीली शराब पीने से जिनकी आँखों की रोशनी चली गई और जिनका इलाज चल रहा है, उनको भी सहायता मिलनी चाहिए।