पुलिस ने महिला डॉक्टर को किया गिरफ्तार

आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 25 मई 2023 : बिक्रमगंज(रोहतास) । स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन ने काराकाट थाना क्षेत्र के गोड़ारी में सीएचसी काराकाट (गोड़ारी) से सटे दो क्लिनिक पर अचानक छापेमारी से क्षेत्र के अन्य फर्जी चला रहे हॉस्पिटलों में हड़कंप मच गया । छापेमारी टीम में बीडीओ काराकाट सिद्धार्थ कुमार , सीएचसी काराकाट के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राजीव कुमार , बीएचएम कौशलेंद्र कुमार शर्मा, बीसीएम अनीश नारायण व स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों के सहयोग से अचानक करीब 12 बजे दोपहर में जनता हॉस्पिटल में छापेमारी की गयी । छापेमारी टीम के पहुंचते ही जनता हॉस्पिटल के संचालन कर रहे डॉक्टर राजदेव कुमार सिंह मरीज को छोड़कर फरार होने में कामयाब हो गए । छापेमारी में अल्ट्रासाउंड का कमरा, ऑपरेशन सर्जरी कमरा सभी रजिस्टर पर्ची सहित कई आपत्तिजनक समान को जब्त किया गया । जांच टीम के अधिकारियों ने जब मरीजों से जानकारी ली तो मरीज ढोढनडीह गांव निवासी वर्षा कुमारी ने बताया कि प्रसव कराने सरकारी अस्पताल में आयी थी दर्द ज्यादा होने के कारण सरकारी अस्पताल से बिक्रमगंज रेफरल अस्पताल रेफर कर दिया गया लेकिन ऑन ड्यूटी एएनएम संध्या कुमारी व मीना कुमारी तथा आशा रेनु कुमारी सरकारी अस्पताल से सटे जनता हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया गया । डॉ. राजदेव कुमार सिंह ने प्रसव के लिए 20 हजार रुपये लेकर ऑपरेशन कर दिया । पीड़ित महिला ने बताई कि रेफर के कागज हमारे परिजनों को नहीं देकर सीधे जनता हॉस्पिटल के डॉक्टर के पास पहुंचा दिया गया । इसी हॉस्पिटल में भर्ती मरीज रामपुर भरेहता निवासी यास्मीन खातून ने बतायी कि यूट्रस(गर्भाशय) में दर्द हो रहा है जिसको दिखाने आई तो सरकारी अस्पताल द्वारा सीधे जनता हॉस्पिटल भेजा गया । डॉक्टर राजदेव कुमार सिंह ने 7 हजार पांच सौ रुपये लिए है 24 मई बुधवार को 2 बजे ऑपरेशन करने को बोला था तब तक हॉस्पिटल में छापा पड़ गया , डॉक्टर और सभी कर्मी भाग गये ।सीएचसी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राजीव कुमार ने बताया कि सभी समान जब्त कर लिया गया है , जब्ती सूची बनाकर पुलिस को दे दिया गया है । उसी के आधार पर फर्जी हॉस्पिटल व डॉक्टर पर एफआईआर दर्ज किया जाएगा ।

दूसरी छापेमारी में राज हॉस्पिटल सील , महिला डॉक्टर पुलिस कब्जे में

सीएचसी काराकाट के ठीक सामने राज हॉस्पिटल पर छापेमारी की गयी तो महिला डॉक्टर सीता कुमार को प्रशासन ने दबोच लिया । सीएचसी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राजीव कुमार ने बताया कि राज हॉस्पिटल में महिला डॉक्टर बनकर महिलाओं को गलत ढंग से प्रसव व गर्भपात कराती थी । बताया गया कि जब पहली छापेमारी हुई तो पूरी टीम वापस चली आयी , इसको लगा कि पूरी टीम वापस चली गयी मुझे कुछ नहीं होगा । थोड़ी देर के बाद छापेमारी कर महिला डॉक्टर सीता कुमारी को पकड़ा गया जिसे पुलिस के हवाले किया गया । भर्ती मरीज को एम्बुलेंस से सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां इलाज जारी है । बताया गया कि राज हॉस्पिटल को सील कर दिया गया है , कई आपत्तिजनक समान जब्त की गयी है । जब्ती सूची बनाकर पुलिस को सौंपी गयी है । राज हॉस्पिटल को सील करते हुए डॉक्टर पर एफआईआर दर्ज करने का थाना में लिखित दी गयी । सीएसची काराकाट में कुछ एएनएम व कुछ आशा की मिली भगत से आसपास के निजी क्लीनिकों में प्रसव के कार्य कराया जाता है । मिली जानकारी के अनुसार बताया जाता है कि पांच छः वर्षों से फर्जी व बिना डिग्री के डॉक्टर निजी हॉस्पिटल खोल कर प्रसव व गर्भपात कराया जाता है । इसके एवज में कमीशन बंधा हुआ है । कमीशन के चक्कर में सरकारी अस्पताल को छोड़कर मरीजों को उल्टा सीधा समझा कर निजी हॉस्पिटल में प्रसव व गर्भपात कराया जाता है । अधिकारी की बखूबी इस बात को जानते है कि सरकारी अस्पताल के अगल-बगल फर्जी निजी क्लिनिक संचालित है फिर भी कोई कार्रवाई नहीं करते । एक अधिकारी ने बताया कि जब तक रोहतास जिलाधिकारी व सीएस का निर्देश नहीं मिलता तब तक फर्जी अस्पतालों पर कार्रवाई करना ठीक नहीं होता । जिला से निर्देश मिलते ही कार्रवाई जारी है । क्षेत्र के सभी फर्जी हॉस्पिटलों पर कार्रवाई की जाएगी ।

गोड़ारी में जैसे ही प्रशासन की छापेमारी शुरू हुई तो कई निजी क्लिनिक व हॉस्पिटल के बैनर पोस्टर उतार कर भाग खड़े हुए । निजी क्लिनिक बिना डिग्री के संचालित क्लिनिक के डॉक्टर अस्पतालों में ताला लगाकर फरार हो गए । फर्जी बैनर व पोस्टर डॉक्टर के नाम पर बनकर हॉस्पिटल चलाते थे ।

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