सीएम नीतीश कुमार ने मांगी रिपोर्ट:उधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सुल्तानगंज अगवानी घाट स्थित गंगा नदी में पुल के ध्वस्त हो जाने के मामले में पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत से पूरी जानकारी ली है. उन्होंने दोषियों को चिह्नित कर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.एक साल पहले भी इसी पुल का स्लैब गिरा था

आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 05 जून 2023 : बिहार के खगड़िया जिला अंतर्गत अगुवानी – सुल्तानगंज के बीच गंगा नदी पर बन रहा पुल रविवार शाम को गंगा नदी में गिर गया। इसके तीन पिलर नदी में समा गए। जानकार बताते हैं कि पुल का करीब 192 मीटर हिस्सा नदी में गिर गया है। इससे गंगा में कई फीट ऊंची लहर उठ गई। इस सेतु को एसपी सिंगला कंपनी की ओर से बनाया जा रहा है। इसका शिलान्यास 2014 में सीएम नीतीश कुमार ने किया था। पुल का निर्माण 2015 से चल रहा है। इसकी लागत 1710.77 करोड़ रुपए है। एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन लिमिटेड कंपनी इसे बना रही है।

यह पुल अगुवानी और सुल्तानगंज घाट (भागलपुर जिला) के बीच बन रहा है। इसके बन जाने के बाद बरौनी , खगड़िया एनएच 31 और दक्षिण बिहार के मोकामा , लखीसराय , भागलपुर , मिर्जा चौकी एनएच 80 आपस में जुड़ जाएगा। बिहार के खगड़िया की ओर से 16 किलोमीटर और सुल्तानगंज की ओर से चार किलोमीटर लंबा एप्रोच रोड के जरिये उत्तर बिहार सीधे मिर्जा चौकी के रास्ते झारखंड से जुड़ जाएगा। पुल बनने से खगड़िया से भागलपुर आने के लिए 90 किलोमीटर की दूरी मात्र 30 किलोमीटर रह जाएगी।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 23 फरवरी 2014 को खगड़िया जिले के परबत्ता में पुल निर्माण की आधारशिला रखी थी। इसके बाद 09 मार्च 2015 को पुल निर्माण का काम शुरू हुआ था। पुल की लंबाई 03.160 किलोमीटर है।एक साल पहले भी इस निर्माणाधीन पुल का सुपर स्ट्रक्चर नदी में गिर गया था। तीन पिलरों के 36 स्लैब यानी करीब 100 फीट लंबा हिस्सा भरभराकर ढह गया था।निर्माणाधीन सेतु के जमींदोज होने से चर्चाओं का बाजार गर्म है।
इस पुल का निर्माण करीब 1, 710 करोड़ से किया जा रहा है. 3.160 किलोमीटर तक बनने वाले इस पुल का सीएम नीतीश कुमार ने 23 फरवरी 2014 को आधारशिला रखी थी. 9 मार्च 2015 को पुल का निर्माण शुरू हुआ था. 30 अप्रैल 2022 को भी यह पुल गिर चुका है. रात के वक्त निर्माणाधीन पुल के 36 स्पैन ढह गए थे. इस घटना के बाद सरकार ने मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए थे.
