पिछले दो माह में जिला परिवहन विभाग ने जब्त किया 140 वाहन, वसूला मात्र 87.76 लाख जुर्माना
आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 15 जून 2023 : सासाराम : जिले में बालू का काला खेल चल रहा है. जिससे लाखो रुपये की राजस्व की क्षति हो रही है. बता दें लगभग प्रति दिन अवैध बालू लदे या फिर ओवरलोड वाहन पकड़े जाते हैं. बावजूद इसके बड़ी संख्या में अवैध बालू लदे वाहन विभिन्न थानों और टोल से कोड पर पार हो जाते हैं. जिसका नतीजा है कि जो राजस्व सरकार को मिलनी चाहिए उससे बहुत ही कम उगाही परिवहन विभाग कर पाता है. एक अनुमान के अनुसार सोन नदी से प्रति दिन विभिन्न बालू घाटों से कम से कम 500 से 1000 गाड़ियां बालू लेकर निकलती हैं.
जानकारों की माने से इसमें से कम से कम दस प्रतिशत अवैध बालू की गाड़ियां होती हैं. इस अनुमान के अनुसार एक माह में कम से कम 1500 अवैध बालू लदे वाहन सड़क पर चलते हैं यानि दो माह में तीन हजार के करीब. लेकिन, परिवहन विभाग के आंकड़ों पर नजर डालें, तो अप्रैल-मई इन दो माहों में मात्र 140 अवैध बालू लदे या फिर ओवरलोडिंग के आरोप में वाहन पकड़े गए हैं. इन वाहनों से विभाग ने मात्र 87.76 लाख रुपये की वसूली की है. जो दर्शाता है कि कहीं न कहीं झोल है. हालांकि अवैध बालू व ओवरलोड को लेकर प्रशासन हर माह अपनी पूरी ताकत दिखाने की कोशिश करता है, पर यह लगाम ढिला पड़ जाता है और राजस्व की हानी हो जाती है.
डेहरी- सासाराम जीटी रोड हो या डेहरी-बिक्रमगंज भाया डुमरांव एनएच 120 पथ या एनएच टू. अधिकांश मुख्य सड़कों पर दिन हो या रात धड़ल्ले से ओवरलोडिग का खेल जारी है. अवैध खनन से जहां पर्यावरण व जलीय जीवों का नुकसान हो रहा है, वहीं सरकार को करोड़ों रुपये राजस्व की क्षति भी हो रही है.
प्रभारी डीएम शेखर आनंद का कहना है कि सभी एसडीओ, सीओ के अलावा खनन व पुलिस प्रशासन को अवैध बालू घाटों के संचालन पर रोक लगाने का निर्देश दिया गया है. अगर अवैध घाटों का संचालन हो रहा है तो इसकी जांच करा दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी. वही जानकार बतातें है कि स्थानीय अधिकारी एवं खनन विभाग के ढुलमुल रवैये से बालू का अवैध कारोबार खूब फल फूल रहा है. जबकि सड़क सुरक्षा के दृष्टिकोण से ओवरलोड गलत है. तो वहीं सोन नदी से बालू निकालने के बाद सैकड़ों ट्रक रवाना होते हैं. इस ओवरलोडिग के खेल को अंजाम देने के लिए वाहन मालिकों द्वारा चार पहिया वाहन से प्रशासन की गतिविधियों पर नजर रखी जाती है. इसके बाद ओवरलोड बालू लदे ट्रकों को जिले की सीमा को पार कराया जाता है. इस संबंध में डीटीओ राम बाबू ने बताया कि पिछले दो माह अप्रैल-मई में 140 ओवरलोडेड वाहनों को जब्त किया गया था. इन वाहनों से 87.76 लाख रुपये की राजस्व की वसूली की गयी थी. ओवरलोडिंग पर रोक लगाने लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है.