आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 1 सितम्बर 2022 : सासाराम : कुमार ऋत्विक तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद डिहरी डालमियानगर संप्रति कार्यपालक पदाधिकारी जहानाबाद के विरुद्ध डिहरी नगर परिषद अंतर्गत वित्तीय अनियमितता एवं सरकारी राशि के गबन का शिकायत प्राप्त हुआ था। जिसमें तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का भी आरोप लगाया गया है। ऋतिक के विरुद्ध वित्तीय अनियमितता, फर्जी तरीके से सरकारी राशि की निकासी एवं सरकारी राशि के गबन करने के संबंध में साक्ष्य सहित प्रतिवेदन प्राप्त किया गया।
उक्त आरोपों के संबंध में जिला पदाधिकारी रोहतास धर्मेन्द्र कुमार द्वारा एक संयुक्त जांच दल का गठन किया गया जिसमें समीर सौरभ अनुमंडल पदाधिकारी डेहरी तथा प्रवीण चंदन वरीय उप समाहर्ता रोहतास जांच दल के सदस्य है। संयुक्त जांच दल द्वारा दिनांक 16 जुलाई 2022 को मंतव्य सहित प्रतिवेदन जिला पदाधिकारी महोदय के अवलोकनार्थ उपलब्ध कराया गया। जांच दल द्वारा प्राप्त प्रतिवेदन के आधार पर कुमार रित्विक से स्पष्टीकरण की मांग की गई। जिसके आलोक में उनका स्पष्टीकरण तथ्यहीन तथा भ्रामक होने के कारण इस मामले में पुनः कुमार ऋत्विक से कारण पृच्छा की गई और स्पष्ट प्रतिवेदन उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया गया। इस संबंध में अब तक कुमार ऋत्विक से स्पष्टीकरण अप्राप्त है जिससे प्रथम दृष्टया गंभीर वित्तीय अनियमितता परिलक्षित होती है।
जांच दल द्वारा सुमित कुमार एंड संस, पटना तथा सीटो विजन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, पटना के प्रोपराइटरशिप, बैंक खातों की जांच, वित्तीय लेनदेन एवं श्रीकुमार ऋत्विक से इन कंपनी की संबद्धता की जांच जिला स्तर से संभव नहीं होने के कारण आर्थिक अपराध इकाई से इसकी जांच कराने एवं अपने पद का दुरुपयोग करते हुए नगर परिषद देहरी डालमियानगर अंतर्गत वित्तीय कार्यों में प्रथम दृष्टया गंभीर अनियमितता परिलक्षित होने के कारण उक्त पूरे मामले की जांच आर्थिक अपराध इकाई से कराए जाने की अनुशंसा की गई है।
जांच दल के द्वारा प्राप्त जांच रिपोर्ट तथा श्रीकुमार रित्विक से कारण पृच्छा किए जाने के बाद भी प्रतिवेदन उपलब्ध ना कराना वित्तीय अनियमितता को परिलक्षित करता है। इस आलोक में जिला पदाधिकारी महोदय द्वारा नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव को कुमार रित्विक के ऊपर प्रपत्र क गठित कर आरोप पत्र अग्रेतर करवाई हेतु भेजी गई है, साथ ही साथ इस वित्तीय लेनदेन जिसमें बैंक खाता की जांच इत्यादि हेतु मामले की विस्तृत जांच करने के संबंध में कारवाई करने हेतु आर्थिक अपराध इकाई बिहार पटना को भी भेजा गया है।