बिहार के अधिकांश शहरों में तापमान 45 डिग्री के पार चला गया है। वहीं औरंगाबाद जिले में तो पारा 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। गया में पारा 46 डिग्री के पार हो गया और 54 सालों का रिकॉर्ड टूट गया। मौसम विभाग ने बुधवार को 5 जिलों में लू (हीटवेव) और 7 जिलों में हॉट नाइट (गर्म रात्रि) की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक बुधवार को बक्सर, औरंगाबाद, गया, कैमूर और रोहतास जिले में हीटवेव का असर देखने को मिलेगा। वहीं सीतामढ़ी, मधुबनी, दरभंगा, भभुआ, रोहतास, औरंगाबाद और नवादा में गर्म रात्रि यानी हॉट नाइट का अलर्ट है। मंगलवार को बक्सर में 46.4, गया में 46.8, छपरा में 41, डेहरी में 47, शेखपुरा में 42.9, जमुई में 42.5, भोजपुर में 45.6, वैशाली में 43.9 और राजगीर में 44.1 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा।

बिहार में भीषण गर्मी के वजह से बिहार के कई जिलों में स्कूली छात्रों के बेहोश होने के मामले सामने आने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी स्कूलों को बंद करने को लेकर मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा को निर्देश जारी किया है। मुख्यमंत्री ने इस दौरान स्कूलों में बीमार पड़ रहे बच्चों के स्वास्थ्य पर भी चिंता जाहिर करते हुए मुख्य सचिव को क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक बुलाने के निर्देश दिए हैं. 

बिहार के शेखपुरा और बेगुसराय जिलों में सरकारी स्कूलों के कई छात्र बुधवार को भीषण गर्मी के कारण बेहोश हो गये। राज्य में अब तक का सबसे ज्यादा तापमान मंगलवार को औरंगाबाद जिले में दर्ज किया गया, जो  47.7 डिग्री सेल्सियस था। इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सूबे में पड़ रही भीषण गर्मी को लेकर स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी किया है। मुख्यमंत्री की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि राज्य के सभी सरकारी और निजी स्कूल, कोचिंग 8 जून तक बंद रहेंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर इस संबंध में मुख्य सचिव ने सभी जिलों को आदेश जारी कर दिया है। 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश पर मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा ने पत्र जारी कर दिया है :

इससे पहले स्कूलों में बच्चों के बेहोश होने के मामले सामने के बाद शिक्षा विभाग ने स्कूलों के संचालन में टाइमिंग में बदलाव करने का फैसला लिया था। आज शिक्षा विभाग ने प्रारंभिक स्कूलों के संचालन सुबह छह बजे से दोपहर 12 बजे तक किए जाने के आदेश में संशोधन किया है। अब कक्षा एक से आठ तक चलनेवाले विद्यालयों का संचालन सुबह छह बजे से 10 बजे तक ही किया जाएगा। साथ ही, मिशन दक्ष एवं विशेष कक्षाएँ पूर्ववत् आयोजित होती रहेंगी। 10.00 बजे के बाद बच्चों को मध्याह्न भोजन दिए जाने के उपरान्त ये बच्चे अपने घर को प्रस्थान कर जाएँगे।

इसी माह गर्मी की छुट्टियां खत्म होने के बाद शिक्षा विभाग ने प्रारंभिक स्कूलों का संचालन सुबह छह बजे से 12 बजे दोपहर तक कराने का फैसला लिया था। जबकि बिहार में मौसम 45 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया। जिसे देखते हुए राज्यपाल ने भी स्कूलों में ग्रीष्मावकाश की अवधि बढ़ाने के लिए प्रदेश के मुख्य सचिव को पत्र लिखा था। हालांकि शिक्षा विभाग ने इसके बाद भी स्कूलों को बंद नहीं किया। वहीं कई नेता भी गर्मी में स्कूलों के खोले जाने  का विरोध जता रहे थे।

इस बीच स्कूली छात्रों के बेहोश होने की घटनाओं पर टिप्पणी करते हुए आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि राज्य सरकार को मामले को गंभीरता से लेना चाहिए और स्कूली बच्चों को लू की स्थिति से बचाने के लिए तत्काल निवारक कदम उठाए जाने चाहिए। दिन का तापमान 48 डिग्री सेल्सियस को छू रहा है, लेकिन स्कूल खुले हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस मामले में हस्तक्षेप क्यों नहीं कर रहे हैं? मुख्यमंत्री इतने कमजोर क्यों हो गए? राज्य में नौकरशाहों द्वारा मुख्यमंत्री के निर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा है। मुख्यमंत्री को इस पर अवश्य गौर करना चाहिए। यह स्कूली छात्रों के स्वास्थ्य से जुड़ा एक गंभीर मामला है।

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