कोरोना महामारी में निजी विद्यालयो के संचालक झेल रहे है दोहरी मार : डॉक्टर एस॰पी॰वर्मा।
कोरोना महामारी द्वितीय लहर में निजी विद्यालयों के हालात ख़स्ता हुए।
रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : 22 अप्रैल 2021 : रोहतास : प्राइवेट स्कूल्ज़ एंड चिल्ड्रेन वेलफ़ेयर एसोसीएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद ने रोहतास ज़िला के सभी निजी विद्यालय संचालकों की बैठक ऑनलाइन माध्यम से लिया और सभी उपस्थित संचालकों को कोरोना महामारी के दूसरे चरण में एतिहात बरतने का संदेश दिया कोरोना काल में कोरोना संक्रमण के वजह से संगठन ने अहम कार्यकर्ताओं को खोया है इसलिए आप सभी अभी कम से कम अगले 15 दिनो तक अपने अपने घर में सरकार के निर्देशो का पालन करते हुए रहिए। साथ ही शमायल अहमद ने कहा की निजी विद्यालय संचालकों के लिए यह एक कठिन दौर है जहाँ एक तरफ़ शिक्षा के अधिकार का बकाया पैसा बिहार सरकार साज़िश के तहत देने से परहेज़ कर रही है वही पर दूसरी तरफ़ विद्यालयों में नामांकन के लिए नामांकन पखवाड़ा योजना के तहत सरकारी विद्यालय घर घर जा कर नामांकन कर के निजी विद्यालयों का नामोंनिशान मिटाने पर आमादा है। निजी विद्यालयों का बकाया शिक्षा के अधिकार का पैसा बिहार सरकार से अब न्यायालय के माध्यम से ही लिया जा सकता है जिसके लिए संगठन एक जुट हो कर माननीय उच्च न्यायालय पटना में वाद दायर करने का मन बना चुका है। अब उचित तैयारी के साथ माननीय उच्च न्यायालय में इसकी लड़ायी संगठन के बैनर तले लड़ी जाएगी।
संगठन के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव डॉक्टर एस॰पी॰वर्मा ने कहा की निजी विद्यालय संचालकों को इस वक्त दोहरी मार झेलनी पैड रही है। एक तरफ़ तो पूरी व्यवस्था पर लगभग ताला लग चुका है जिसके कारण कोई भी अभिभावक अपने बच्चे का मासिक शुल्क नहीं देना चाहता है जिसके वजह से विद्यालयों के लिए ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन असम्भव होता जा रहा है और वही दूसरी तरफ़ शिक्षा के अधिकार का बकाया राशि लगभग 03 करोड़ 11 लाख ज़िला में आ कर भी लौट गया जिसकी ज़िम्मेदारी तक लेने को कोई तैयार नहीं है। यदि यही गलती किसी निजी विद्यालय संचालक से हुई होती तो शिक्षा विभाग दर्जनो शो कॉज़ नोटिस भेजते हुए प्राथमिकी दर्ज करवा देता तो ऐसे अधिकारियों के ख़िलाफ़ शिक्षा विभाग की चुप्पी बहुत कुछ कहती है। निजी विद्यालय संचालकों के ख़िलाफ़ दोहरी नीति समझ से परे है।
इस बैठक का संचालन ज़िला अध्यक्ष रोहित वर्मा ने किया एवं इस बैठक को सफल बनाने में रोहतास जिला अध्यक्ष रोहित वर्मा, जिला उपाध्यक्ष सुभाष कुमार कुशवाहा, ज़िला सचिव समरेंद्र कुमार (समीर जी), जिला सह सचिव संग्राम कांत, जिला महामंत्री अनिल कुमार शर्मा , सुनील कुमार, संजय त्रिपाठी, कोषाध्यक्ष कुमार विकास प्रकाश, जिला संयोजक धनेन्द्र कुमार, ज़िला जनसम्पर्क पदाधिकारी दुर्गेश पटेल , डिहरी प्रखंड अध्यक्ष अरविंद भारती, सचिव प्रशांत सिंह, कोषाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद , चेनारी प्रखंड अध्यक्ष दिनेश्वर तिवारी, नस्रिगंज प्रखंड अध्यक्ष अजय कुमार सिंह, प्रखंड उपाध्यक्ष सोनू आनंद, प्रखंड सचिव सतनारायण प्रसाद, प्रखंड संयुक्त सचिव सैयद अबरार आलम, प्रखंड संयुक्त सचिव कपिल मुनि प्रसाद, प्रखंड पी आर ओ सरमद नसरुल्ला, प्रखंड संरक्षक निलेश कुमार, प्रखंड महामंत्री लक्ष्मण सिंह क़ाराकाट प्रखंड अध्यक्ष सुनील कुमार, प्रखंड उपाध्यक्ष करुणेश कुमार शांडिल्य, प्रखंड सचिव आदित्य राज, कोषाध्यक्ष बबन कुमार, प्रखंड पीआरओ अविनाश सिंह, प्रखंड संरक्षक अरुण कुमार, विक्रमगंज प्रखंड अध्यक्ष अनिता देवी, संरक्षक भारती जी , उपाध्यक्ष कमलेश कुमार , राजपुर प्रखंड अध्यक्ष यमुना चौधरी, सासाराम प्रखंड अध्यक्ष तेजनारायण पटेल , उपाध्यक्ष धनंजय सिंह, कोषाध्यक्ष तौकीर आलम, कोचस सचिव धनंजय कुमार, कोषाध्यक्ष रविन्द्र कुमार, करगहर प्रखंड अध्यक्ष अजित कुमार पटेल, उपाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार , सचिव ब्रजेश पांडेय , कोषाध्यक्ष अरविंद कुमार , संझौली प्रखंड अध्यक्ष श्याम सुंदर सिंह , उपाध्यक्ष सोनू कुमार पांडेय, सूर्यपुरा प्रखंड अध्यक्ष शिव यश पाल, दावथ प्रखंड अध्यक्ष विश्वजीत कुमार, शिवसागर प्रखंड अध्यक्ष चंदन कुमार राय ,तिलौथु प्रखंड अध्यक्ष मनोज सिंह , अकोढ़िगोला प्रखंड अध्यक्ष अशोक पाल, उपाध्यक्ष राजीव रंजन कुमार , सचिव बिनायक सिंह, डॉ आशुतोष पांडेय ने अहम योगदान किया।