रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : पटना। बिहार पंचायत चुनाव-2021 के नतीजे मतदान के दूसरे दिन आ जायेंगे। बिहार में इस बार पंचायत चुनाव मल्टी पोस्ट इवीएम (MPEVM) से होना है। चुनाव में 15 हजार इवीएम का चरणवार इस्तेमाल होगा। बिहार में फिलहाल 534 प्रखंड, 38 जिला परिषद और 8387 पंचायतें हैं। प्रत्येक चरण में चुनाव के अगले या दूसरे दिन मतगणना करा लिया जायेगा और इवीएम को अगले चरण के चुनाव के लिए संबंधित जिलों को भेज दिया जायेगा।

मतगणना कार्य इस प्रकार कराया जायेगा कि एक दिन में ही पूरी प्रक्रिया संपन्न हो जाये। मतगणना के बाद इवीएम से SDMM निकाल कर जिला निर्वाचन पदाधिकारी (पंचायत) की अभिरक्षा में सुरक्षित रखा जायेगा। इसके बाद खाली इवीएम को अगले जिले में स्थानांतरित करना है। एक जिला से दूसरे जिले को इवीएम भेजने के लिए अधिकतम दो दिनों का समय दिया जायेगा। राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव योगेंद्र राम ने इस बाबत सभी जिलाधिकारियों से छह बिंदुओं पर 10 मार्च तक सुझाव मांगा है। आयोग के इस निर्देश से अनुमान लगाया जा रहा है कि बिहार में इस बार पंचायत चुनाव की अधिसूचना मार्च के अंतिम सप्ताह में जारी होगी। पिछली बार 2016 में पंचायत चुनाव की अधिसूचना 25 फरवरी को जारी कर दी गयी थी। इस बार पंचायत चुनाव में इवीएम के इस्तेमाल की वजह से आयोग को नये सिरे से तैयारी करनी पड़ रही है लिहाजा चुनाव के कार्यक्रमों की घोषणा में देरी हो रही है। बिहार पंचायत आम चुनाव EVM से कराने वाला देश का पांचवां राज्य बन जायेगा। हरियाणा, राजस्थान, केरल और मध्य प्रदेश में EVM से पंचायत चुनाव कराये जा चुके हैं।

बिहार कैबिनेट ने पंचायत चुनाव को 10 चरणों में कराने पर अपनी स्वीकृति दी है। इवीएम खरीदने के लिए 122 करोड़ की राशि भी आवंटित कर दी गई है। 15 हजार इवीएम की ECIL से खरीदी जाएगी। बिहार में जिला परिषद, पंचायत समिति सदस्य, ग्राम पंचायत मुखिया, ग्राम कचहरी सरपंच, ग्राम पंचायत सदस्य और ग्राम कचहरी पंच के करीब 2 लाख 58 हजार पदों के लिए चुनाव होना है। पंचायत चुनाव में खास तरह की EVM – मल्टी पोस्ट इवीएम ( MPEVM) की खरीद की जानी है क्योंकि एक साथ छह पदों के लिए मतदान कराना है। इनमें एक कंट्रोल यूनिट (CU) के साथ आठ बैलेट यूनिट (BU) का प्रयोग किया जा सकता है। यानी एक साथ छह वोट दिए जा सकते हैं। इस खास तरह की EVM में एक डिटेचेबल मेमोरी कार्ड (SDMM) होता है और उसको हटाया जा सकता है। उस कार्ड को हटा कर दूसरे कार्ड का भी प्रयोग किया जा सकता है। इस तरह की EVM को स्ट्रांग रूम में रखने की जरूरत नहीं होगी। EVM इवीएम का प्रयोग पहले चरण के मतदान के बाद फिर से तीसरे चरण के मतदान में किया जा सकता है।

हरियाणा, राजस्थान, केरल और मध्य प्रदेश में EVM से पंचायत चुनाव कराए जा चुके हैं और बिहार पंचायत आम चुनाव EVM से कराने वाला अब पांचवां राज्य बन जाएगा। राज्य में त्रिस्तरीय पंचायतों का कार्यकाल जून में खत्म होगा। बिहार में करीब 172 नए नगर निकायों के गठन के कारण इस बार पंचायतों की संख्या कम हो जाएगी। बिहार में फिलहाल 534 प्रखंड, 38 जिला परिषद हैं और 8387 पंचायतें हैं।

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