
रिपोर्ट: Rohtas Darshan चुनाव डेस्क | गुमला | Updated: 27 नवंबर 2025: झारखंड के गुमला जिले में बुधवार को दो अलग-अलग दर्दनाक हादसों ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया। कामडारा और पालकोट थाना क्षेत्रों में पुआल के ढेर में लगी आग की चपेट में आने से दो मासूम बच्चों की मौत हो गई। दोनों ही घटनाओं ने ग्रामीणों को गहरे शोक में डाल दिया है।
सरिता गांव में डेढ़ वर्षीय नमन की दर्दनाक मौत
पहली घटना कामडारा थाना क्षेत्र के सरिता गांव में हुई, जहां डेढ़ वर्षीय नमन लुगून पुआल के ढेर के पास खेल रहा था। ग्रामीणों के अनुसार पास में खेल रहे बच्चों ने खेल-खेल में माचिस जला दी, जिससे पुआल में आग लग गई। आग लगते ही तेज लपटें उठीं और बच्चे इधर-उधर भाग गए, लेकिन नमन बाहर नहीं निकल सका।
परिजनों और ग्रामीणों ने आग बुझाकर उसे तुरंत गुमला सदर अस्पताल पहुंचाया। हालत गंभीर देख डॉक्टरों ने उसे रिम्स, रांची रेफर किया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद गांव में मातम पसरा हुआ है।
बिलिंगबीरा में 1 वर्ष 9 माह की शोभा की जान गई
दूसरी घटना पालकोट थाना क्षेत्र के बिलिंगबीरा गांव में हुई, जहां 1 वर्ष 9 माह की शोभा कुमारी घर के पास पुआल के ढेर के पास खेल रही थी। उसकी मां खेत में फसल काटने गई हुई थीं। इसी दौरान कुछ बच्चों ने पुआल में आग लगा दी जो धीरे-धीरे भड़क उठी। जब तक ग्रामीण पहुंचे और आग बुझाने का प्रयास किया, तब तक शोभा गंभीर रूप से झुलस चुकी थी।
उसे गुमला सदर अस्पताल ले जाया गया और वहां से रिम्स रेफर किया गया, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो चुकी थी।
दोनों गांवों में शोक, प्रशासन ने किया सतर्कता का आग्रह
घटनाओं के बाद सरिता और बिलिंगबीरा गांव में शोक और सन्नाटा पसरा हुआ है। दोनों परिवारों में मातम है और ग्रामीणों में भी गहरा आक्रोश व दुख है। लोगों ने कहा कि बच्चों को आग और पुआल के ढेर के खतरों के प्रति जागरूक करने की आवश्यकता है।
पुलिस ने दोनों बच्चों के शवों का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया है।
प्रशासन ने भी धनकटनी और पुआल भंडारण के मौसम में आग लगने की बढ़ती घटनाओं पर चिंता जताते हुए ग्रामीणों से सतर्क रहने की अपील की है।


