
रिपोर्ट: Rohtas Darshan चुनाव डेस्क | पटना | Updated: 27 नवंबर 2025: बिहार की राजनीति बुधवार को उस वक्त गरमा गई जब राज्य सरकार के भवन निर्माण विभाग ने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को पटना के प्रतिष्ठित 10, सर्कुलर रोड सरकारी आवास को खाली करने का आदेश जारी कर दिया। इस फैसले से राष्ट्रीय जनता दल (RJD) बेहद नाराज है और उसने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
राजद के बिहार प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने इस आदेश के बाद साफ शब्दों में कहा—
“हम किसी भी हालत में राबड़ी आवास खाली नहीं करेंगे। जो भी करना पड़ेगा, करेंगे।”
मंडल ने सवाल उठाया कि:
• “20 साल से नीतीश कुमार मुख्यमंत्री हैं, अब तक यह आवास क्यों नहीं खाली करवाया गया?”
• “लालू प्रसाद और राबड़ी देवी दोनों पूर्व मुख्यमंत्री हैं—यह राजनीतिक विद्वेष की साजिश है।”
राजद का आरोप: लालू परिवार का अपमान करने की कोशिश
लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर सरकार पर हमला बोलते हुए लिखा—
“सुशासन बाबू का विकास मॉडल!
लालू प्रसाद यादव का अपमान पहली प्राथमिकता।
घर से निकाल देंगे, दिल से कैसे निकालेंगे?”
उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार ने लालू प्रसाद यादव की बिगड़ती सेहत के बावजूद यह फैसला लेकर संवेदनहीनता दिखाई है।
सरकार की प्रतिक्रिया—JDU ने पलटकर साधा निशाना
इस विवाद पर जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने RJD को आड़े हाथों लेते हुए कहा— “उम्र के चौथे पड़ाव पर लालू यादव माया में फंस गए। परिवार की माया ने उन्हें न्यायपालिका तक पहुंचाया, संपत्ति की माया ने जेल भेजा,
अब सरकारी बंगले की माया घेर रही है।” जदयू ने RJD के “राजनीतिक साजिश” वाले आरोपों को पूरी तरह खारिज कर दिया।
आखिर नया आवास कौन सा है?
भवन निर्माण विभाग ने राबड़ी देवी को
➡️ 39, हार्डिंग पार्क
नया सरकारी आवास आवंटित किया है।
आदेश में पुराने आवास को खाली करने का निर्देश भी शामिल है।
अब आगे क्या?
RJD के तीखे विरोध और सरकार के कड़े रुख से साफ है कि यह विवाद जल्द शांत नहीं होगा। पटना की राजनीति में यह मुद्दा नया सियासी टकराव खड़ा कर सकता है।


