रिपोर्ट: Rohtas Darshan चुनाव डेस्क | मुंबई | Updated: 21 नवंबर 2025: अनिल धीरुभाई अंबानी ग्रुप (ADAG) पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है।

शुक्रवार को ED ने ग्रुप की कुल 1,400 करोड़ रुपये की नई अचल संपत्तियां जब्त कर लीं।

इस कार्रवाई के बाद जांच एजेंसी अब तक—

👉 कुल 9,000 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की संपत्तियां कुर्क कर चुकी है।

सूत्रों के मुताबिक, यह कार्रवाई FEMA और मनी लॉन्ड्रिंग मामलों में चल रही जांच का हिस्सा है।

 समन के बावजूद पेश नहीं हुए अनिल अंबानी

ED ने अनिल अंबानी को कई बार पूछताछ के लिए समन भेजे, लेकिन वे दो बार पेश नहीं हुए—

•             14 नवंबर

•             17 नवंबर

अनिल अंबानी की ओर से वर्चुअल पेशी का अनुरोध किया गया, लेकिन ED ने इसे अस्वीकार कर दिया। जांच एजेंसी उनका बयान विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) के तहत दर्ज करना चाहती है।

 मामला क्या है?

जांच उन आरोपों पर आधारित है कि—

•             2010 में मिले जयपुर-रींगस हाईवे प्रोजेक्ट के लगभग 40 करोड़ रुपये

•             सूरत की कथित फर्जी कंपनियों के जरिए दुबई भेजे गए

ED इस पैसे के रूट और इसके कथित उपयोग की जांच कर रही है।

📂 अगस्त में भी हुई थी लंबी पूछताछ

इससे पहले अगस्त में ED मुख्यालय में लगभग 9 घंटे की पूछताछ भी हो चुकी है।

यह पूछताछ

👉 लगभग 17,000 करोड़ रुपये के कथित लोन फ्रॉड मामले

से जुड़ी थी।

 कुकुर्क की गई संपत्तियों की सूची में शामिल

नवी मुंबई स्थित धीरूभाई अंबानी नॉलेज सिटी

•             132 एकड़ जमीन

•             कीमत: 4,462.81 करोड़ रुपये

•             धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत सीज

इससे पहले जब्त—

•             रिलायंस कम्युनिकेशंस

•             रिलायंस कमर्शियल फाइनेंस

•             रिलायंस होम फाइनेंस

की 42 संपत्तियां,

कुल मूल्य: 3,083 करोड़ रुपये से अधिक

 ED का फोकस

जांच एजेंसी इस बात की पड़ताल कर रही है—

✔ क्या सरकारी प्रोजेक्ट से कमाया गया पैसा अन्य जगह पर डायवर्ट हुआ?

✔ क्या यह धन फर्जी शेल कंपनियों के माध्यम से विदेश भेजा गया?

✔ मनी ट्रेल किन व्यक्तियों और संस्थाओं से जुड़ा है?

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