
रिपोर्ट: Rohtas Darshan चुनाव डेस्क | पटना | Updated: 15 नवंबर 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में चर्चित रही पूर्व चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी (JSP) उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सकी। 238 सीटों पर चुनाव लड़ने के बावजूद पार्टी 243 सदस्यीय विधानसभा में एक भी सीट नहीं जीत पाई। ज्यादातर सीटों पर उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई और कई जगह तो उन्हें NOTA से भी कम वोट मिले।
238 सीटों पर लड़कर भी JSP खाली हाथ, अधिकांश उम्मीदवारों की जमानत जब्त होने की कगार पर
निर्वाचन आयोग के आंकड़े बताते हैं कि JSP उम्मीदवारों को अधिकांश क्षेत्रों में 10% से भी कम वोट मिले, जो सीधे-सीधे उनकी जमानत जब्ती की स्थिति को दर्शाता है। प्रशांत किशोर ने दावा किया था कि उनकी पार्टी 150 सीटें जीत सकती है, हालांकि बाद में उन्होंने कहा—“या तो शीर्ष पर होंगे या सबसे नीचे।” लेकिन नतीजों ने दूसरी स्थिति की पुष्टि कर दी।
मढ़ौरा से अभय सिंह रहे दूसरे नंबर पर—JSP का सबसे बेहतर प्रदर्शन
जन सुराज पार्टी का सबसे अच्छा प्रदर्शन मढ़ौरा विधानसभा सीट पर रहा, जहाँ JSP प्रत्याशी नवीन कुमार सिंह उर्फ अभय सिंह दूसरे स्थान पर रहे। हालाँकि RJD उम्मीदवार जितेंद्र कुमार राय ने यह सीट 27,928 वोटों के बड़े अंतर से जीती।
कई सीटों पर NOTA से भी कम वोट, फोर्ब्सगंज में सिर्फ 977 वोट
बिहार चुनाव में JSP की स्थिति कई सीटों पर बेहद कमजोर रही।
उदाहरण के तौर पर—
• फोर्ब्सगंज सीट: JSP उम्मीदवार मोहम्मद एकरामुल हक को मिले सिर्फ 977 वोट,
जबकि NOTA को मिले 3,114 वोट।
यह JSP के लिए सबसे कमजोर प्रदर्शन में से एक माना जा रहा है।
कुछ सीटों पर उल्लेखनीय वोट प्रतिशत
बहुत कम उम्मीदवार ऐसे रहे जिन्होंने 10% से अधिक वोट प्राप्त किए:
• चनपटिया सीट: त्रिपुरारी कुमार तिवारी उर्फ मनीष कश्यप
→ 17.2% वोट (24वें राउंड की गिनती तक)
• जोकीहाट सीट: सरफराज आलम
→ 16.26% वोट
• भोजपुरी गायक रितेश पांडे
→ केवल 7.45% वोट, अपनी पहचान के बावजूद प्रभाव नहीं दिखा सके।
जेएसपी के मुद्दे चले नहीं—प्रचार रहा मजबूत, लेकिन वोट नहीं मिले
बेरोजगारी, पलायन, शिक्षा और उद्योग जैसे मुद्दों को जोरदार तरीके से उठाने के बावजूद JSP मतदाताओं को प्रभावित करने में नाकाम रही। प्रशांत किशोर की टीम ने गांव-गांव अभियान चलाया, पैदल यात्राएँ कीं, बड़े पैमाने पर जनसंवाद किया, लेकिन मतदान में यह समर्थन नजर नहीं आया।
JSP अध्यक्ष मनोज भारती का बयान
जन सुराज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती ने कहा— “हम नई राजनीति शुरू करना चाहते थे और लोगों को बिहार की हालत बताना चाहते थे। हमें शुरू से पता था—या तो लोग हमारी बात को समझेंगे और शीर्ष पर पहुंचाएंगे, या हम सबसे नीचे रह जाएंगे।” नतीजों ने उनकी इस बात का दूसरा हिस्सा सही साबित किया।


