
रिपोर्ट: Rohtas Darshan चुनाव डेस्क | मुंबई | Updated: 13 नवंबर 2025: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को लोढ़ा डेवलपर्स लिमिटेड के पूर्व निदेशक राजेंद्र लोढ़ा के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में बड़ी कार्रवाई की। ईडी की टीमों ने मुंबई और आसपास के इलाकों में कुल 14 ठिकानों पर छापेमारी की, जिनमें वर्ली, पनवेल, अंबरनाथ और कल्याण के स्थान शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार, ईडी यह जांच कंपनी द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर के आधार पर कर रही है, जिसमें आरोप लगाया गया कि राजेंद्र लोढ़ा ने 2013 से 2025 के बीच अपने पद का दुरुपयोग कर लगभग ₹85 करोड़ की धोखाधड़ी की।
ईडी अधिकारियों के मुताबिक, इस कार्रवाई का उद्देश्य
1️⃣ अवैध रूप से अर्जित संपत्ति और
2️⃣ कथित मनी ट्रेल से जुड़े लेन-देन की जांच करना है।
धोखाधड़ी और अवैध जमीन सौदों का आरोप
मूल शिकायत के अनुसार, राजेंद्र लोढ़ा ने
• कल्याण के भोपर गांव में 7.15 लाख वर्गफुट टीडीआर (Transferable Development Rights) अवैध रूप से बेचा, जिससे कंपनी को लगभग ₹49 करोड़ का नुकसान हुआ।
• उन्होंने पनवेल, अंबरनाथ और कल्याण में फर्जी भूमि सौदे और अधिग्रहण किए।
• लोढ़ा ग्रुप के “न्यू कफ परेड प्रोजेक्ट” में भी फर्जी बुकिंग और नकद लेनदेन के आरोप हैं।
जांच में यह भी सामने आया कि उन्होंने एग्रीमेंट, एमओयू और अन्य दस्तावेजों में जालसाजी कर कई लेन-देन को वैध दिखाने की कोशिश की।
कंपनी का बयान और गिरफ्तारी का इतिहास
लोढ़ा डेवलपर्स लिमिटेड (अब मैक्रोटेक डेवलपर्स) ने एक आधिकारिक बयान जारी कर छापेमारी की पुष्टि की है।
कंपनी ने कहा कि राजेंद्र लोढ़ा को 17 अगस्त 2025 को सभी पदों से हटा दिया गया था, और मामला अब जांच एजेंसियों के अधीन है। इससे पहले, सितंबर 2025 में मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने राजेंद्र लोढ़ा को वर्ली स्थित आवास से गिरफ्तार किया था। उनके खिलाफ संपत्ति प्रकोष्ठ (Property Cell) में दर्ज मामला वर्तमान में अदालत में लंबित है।
मुख्य बिंदु एक नजर में
ईडी ने लोढ़ा ग्रुप के पूर्व निदेशक राजेंद्र लोढ़ा के 14 ठिकानों पर छापे मारे। मामला लगभग ₹85 करोड़ की कथित मनी लॉन्ड्रिंग और जमीन घोटाले से जुड़ा है। ईडी ने यह कार्रवाई लोढ़ा डेवलपर्स द्वारा दर्ज धोखाधड़ी के केस के आधार पर की। राजेंद्र लोढ़ा पर टीडीआर की अवैध बिक्री, नकद लेनदेन और जालसाजी के आरोप हैं।
उन्होंने अगस्त में कंपनी से इस्तीफा दिया था और सितंबर में मुंबई पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया था।


