रिपोर्ट: Rohtas Darshan चुनाव डेस्क | नई दिल्ली | Updated: 12 नवंबर 2025: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लाल किले के पास हुए कार ब्लास्ट केस की जांच अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के हाथों में है। केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जांच सौंपे जाने के बाद, एनआईए ने इस केस के लिए एक विशेष उच्चस्तरीय टीम गठित कर दी है। सूत्रों के अनुसार, इस “स्पेशल 10 टीम” का नेतृत्व एडीजी विजय साखरे करेंगे।

जांच में शामिल होंगे शीर्ष अधिकारी

एनआईए द्वारा गठित इस टीम में एक आईजी, दो डीआईजी, तीन एसपी, और चार डीएसपी स्तर के अधिकारी शामिल हैं। ये सभी अधिकारी आतंकवाद और विस्फोटक मामलों की जांच में लंबे अनुभव वाले माने जाते हैं। बुधवार को एनआईए के डीजी और आईबी चीफ के बीच उच्चस्तरीय बैठक हुई, जिसमें जांच के प्रारंभिक दिशा-निर्देश तय किए गए। सूत्रों ने बताया कि एनआईए की टीम आज दिल्ली, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर पुलिस से जैश मॉड्यूल की केस डायरी अपने कब्जे में लेगी।

फरीदाबाद में आतंकी मॉड्यूल का कनेक्शन, अल-फलाह यूनिवर्सिटी जांच के घेरे में

दिल्ली ब्लास्ट केस से जुड़े तार फरीदाबाद के आतंकी मॉड्यूल से भी जुड़ते नजर आ रहे हैं। फरीदाबाद पुलिस ने अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े तीन संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया था, जिनके पास से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद की गई थी। जांच एजेंसियां अब तक यूनिवर्सिटी के 50 से अधिक लोगों से पूछताछ कर चुकी हैं —

जिनमें डॉ. मुजम्मिल के साथ काम करने वाले संकाय सदस्य,

विश्वविद्यालय के छात्र, और मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य शामिल हैं।

फरीदाबाद और दिल्ली ब्लास्ट — एक ही साजिश की कड़ी?

एनआईए के सूत्रों के मुताबिक, फरीदाबाद में पकड़े गए 7 संदिग्धों और दिल्ली में कार ब्लास्ट करने वाले उमर के बीच कई तकनीकी लिंक मिले हैं।

👉 उमर, जो अब जांच एजेंसियों की हिरासत में है, पहले अल-फलाह यूनिवर्सिटी में बतौर शिक्षक कार्यरत था।

इसी यूनिवर्सिटी से विस्फोटक सामग्री से जुड़ा नेटवर्क संचालित होने की आशंका है। फरीदाबाद में सोमवार को ही करीब 2,900 किलो विस्फोटक जब्त हुआ था, और उसी शाम दिल्ली के लाल किले के पास कार ब्लास्ट की घटना हुई। दोनों घटनाओं को अब एक साथ जोड़कर एनआईए जांच कर रही है।

 एनआईए की जांच के प्रमुख बिंदु

1.           फरीदाबाद में जब्त 2900 किलो विस्फोटक की सोर्सिंग और डिलीवरी चैन

2.           दिल्ली ब्लास्ट में इस्तेमाल कार का रजिस्ट्रेशन और स्वामित्व क्रम

3.           अल-फलाह यूनिवर्सिटी नेटवर्क में शामिल संदिग्धों की भूमिका

4.           जैश मॉड्यूल से संभावित लिंक और फंडिंग स्रोत

5.           घटना से जुड़े टेलीकॉम व डिजिटल साक्ष्य की पड़ताल

 एनआईए का बयान

“राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े इस मामले में किसी भी स्तर पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा।

हमारी विशेष टीम दिल्ली, फरीदाबाद और जम्मू-कश्मीर में समन्वित जांच कर रही है।”

— एनआईए प्रवक्ता

दिल्ली कार ब्लास्ट केस अब तक की स्थिति

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