
रिपोर्ट: Rohtas Darshan चुनाव डेस्क | मुंबई | Updated: 10 नवंबर 2025: महाराष्ट्र की सियासत में बड़ा फेरबदल सामने आया है। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी ने अपने सहयोगियों उद्धव ठाकरे और शरद पवार को बड़ा झटका दिया है।
कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने ऐलान किया कि पार्टी आगामी बीएमसी चुनाव अकेले लड़ेगी।
“स्थानीय नेताओं की मांग पर फैसला लिया गया” — विजय वडेट्टीवार
नागपुर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान वडेट्टीवार ने कहा, “हमारे स्थानीय नेताओं ने अकेले चलने के लिए आग्रह किया था। इस पर हाईकमान से बात की गई। हाईकमान ने कहा कि स्थानीय परिस्थितियों को देखते हुए निर्णय लें। मुंबई के स्तर पर निर्णय हुआ है कि कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ेगी।”
इस ऐलान के साथ ही महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन के भविष्य पर सवाल खड़े हो गए हैं।
गौरतलब है कि एमवीए में कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट) और एनसीपी (शरद पवार गुट) शामिल हैं।
मुंबई कांग्रेस की तैयारियां तेज, 1150 आवेदन प्राप्त
हालांकि बीएमसी चुनाव की आधिकारिक तारीख की घोषणा अभी नहीं हुई है, लेकिन मुंबई कांग्रेस ने तैयारी शुरू कर दी है।
मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष सांसद वर्षा गायकवाड़ के नेतृत्व में
• 227 वार्डों के लिए प्रभारी नियुक्त किए गए हैं,
• और चुनावी रणनीति पर बैठकें जारी हैं।
मुंबई कांग्रेस ने ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट कर बताया कि पार्टी को उम्मीदवारी के लिए 1150 से अधिक आवेदन मिले हैं। मुंबई कांग्रेस के प्रवक्ता सुरेशचंद्र राजहंस ने कहा कि मुंबई के छहों जिलों से उम्मीदवारों ने भारी उत्साह के साथ आवेदन भेजे हैं। चूंकि नगर निगम आरक्षण की घोषणा जल्द होने वाली है, इसलिए आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ाई जा सकती है।
एमवीए गठबंधन पर संकट के बादल
कांग्रेस के इस निर्णय ने महा विकास अघाड़ी की एकता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) और एनसीपी (शरद पवार गुट) अब देख रहे हैं कि कांग्रेस के अकेले लड़ने के फैसले से मुंबई की राजनीति और सीट शेयरिंग समीकरण पर क्या असर पड़ेगा।
बीएमसी चुनाव को लेकर तीनों दलों में गठबंधन फार्मूले पर लंबे समय से असहमति थी। अब कांग्रेस के इस ऐलान से एमवीए के भीतर मतभेद खुलकर सामने आ गए हैं।


