
By Rohtas Darshan Digital Desk | सीतामढ़ी | Updated: November 6, 2025 :
परिहार और सुरसंड में एनडीए प्रत्याशियों के समर्थन में रैली
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण के प्रचार में गुरुवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीतामढ़ी जिले के परिहार और सुरसंड में जनसभाओं को संबोधित किया।
उन्होंने भाजपा प्रत्याशी गायत्री देवी (परिहार) और जदयू प्रत्याशी नागेंद्र राउत (सुरसंड) के पक्ष में प्रचार करते हुए विपक्ष पर जमकर निशाना साधा।
“जो राम का नहीं, वह हमारे किसी काम का नहीं”
माता जानकी की जन्मभूमि की धरती को नमन करते हुए योगी ने कहा —
“यह भूमि वह है, जिसे लक्ष्मण के वंशजों ने संरक्षित किया था।
जो राम का नहीं, वह हमारे किसी काम का नहीं।”
योगी ने कहा कि परिहार और गोरखपुर के बीच आस्था और संस्कार का गहरा रिश्ता है —
यह भूमि राम और जानकी की साझा विरासत है, जिसने भारत को धर्म, संस्कृति और एकता का संदेश दिया है।
राजद-कांग्रेस पर प्रहार: “जिन्होंने राम पर सवाल उठाए, उन्हें सबक सिखाइए”
सीएम योगी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोलते हुए कहा —
“जिन लोगों ने भगवान श्रीराम और जानकी पर सवाल उठाए, जिन्होंने राम मंदिर का विरोध किया,
जिन्होंने कहा था कि ‘राम हुए ही नहीं’, उन्हें जनता इस बार सबक सिखाएगी।”
उन्होंने याद दिलाया कि राजद-कांग्रेस सरकार के समय में रथयात्रा रोकी गई थी और रामभक्तों पर गोलियां चलाई गई थीं।
योगी बोले —
“हमने कहा था राम लला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे — और आज अयोध्या में भव्य राम मंदिर बन चुका है।”
“सीतामढ़ी में भी बनेगा भव्य जानकी धाम मंदिर”
योगी आदित्यनाथ ने बताया कि अब माता जानकी के धाम सीतामढ़ी में भव्य मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हो चुका है।
उन्होंने कहा —
“यह कार्य केवल एनडीए सरकार ही कर सकती है, क्योंकि हम श्रद्धा और विकास — दोनों को साथ लेकर चलते हैं।”
“राजद-कांग्रेस ने बिहार को भ्रष्टाचार और अराजकता में झोंक दिया”
योगी ने कहा कि जिस बिहार ने बुद्ध, महावीर, डॉ. राजेंद्र प्रसाद, जयप्रकाश नारायण और कर्पूरी ठाकुर जैसे महान व्यक्तित्व दिए,
उसी बिहार को राजद और कांग्रेस ने अंधकार और अराजकता में डुबो दिया था।
“राजद-कांग्रेस ने बिहार के नौजवानों की पहचान छीन ली,
लेकिन अब जनता पहचान के संकट से निकलकर विकास का विकल्प चुन रही है।”
मोदी सरकार की योजनाओं का जिक्र
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 11 सालों के कार्यकाल को “देश की दिशा बदलने वाला युग” बताया।
उन्होंने कहा कि भाजपा-नीतीश सरकार ने बिहार में सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य में उल्लेखनीय सुधार किया है।
मुख्य उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा —
• 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन
• 50 करोड़ को आयुष्मान भारत का बीमा लाभ
• 12 करोड़ को उज्ज्वला योजना
• 4 करोड़ को प्रधानमंत्री आवास
• 3 करोड़ को मुफ्त बिजली कनेक्शन
“एनडीए सरकार बिना भेदभाव हर गरीब तक योजनाओं का लाभ पहुंचा रही है।”
“बिहार में अब यूपी की तरह माफिया राज का अंत होगा”
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जैसे उत्तर प्रदेश में माफिया पस्त हुए,
वैसे ही बिहार में भी एनडीए की सरकार बनते ही माफिया राज समाप्त होगा।
“जो खानदानी माफिया हैं, उनकी उलटी गिनती शुरू हो चुकी है।”
उन्होंने जनता से अपील की —
“भाजपा की गायत्री देवी और जदयू के नागेंद्र राउत को भारी मतों से विजयी बनाइए।
कमल और तीर के निशान पर बटन दबाकर बिहार को विकास के पथ पर अग्रसर करिए।”
राजनीतिक विश्लेषण: हिंदुत्व और विकास — योगी की दोधारी रणनीति
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि योगी आदित्यनाथ का सीतामढ़ी दौरा एनडीए की “हिंदुत्व + विकास” रणनीति का केंद्रबिंदु है।
• माता जानकी की भूमि से “राम” का नाम लेकर उन्होंने राजद-कांग्रेस के सेक्युलर नैरेटिव पर सीधा प्रहार किया।
• दूसरी ओर विकास योजनाओं का उल्लेख कर मध्यम वर्ग और महिला मतदाताओं को साधने का प्रयास किया।
सीतामढ़ी और मिथिलांचल की सीटें दूसरे चरण में निर्णायक मानी जा रही हैं,
जहां लगभग 12–15 सीटें हिंदू वोटबैंक और जातीय समीकरणों से सीधे प्रभावित होंगी।
संपादकीय दृष्टि (Rohtas Darshan View):
सीएम योगी का यह भाषण न केवल धार्मिक उत्साह को जाग्रत करता है,
बल्कि यह संदेश भी देता है कि एनडीए “राम + विकास” की डबल इंजिन पिच पर चुनावी मुकाबला खेलना चाहता है।
सीतामढ़ी जैसी सीटों पर यह रणनीति राजद की पारंपरिक बढ़त को चुनौती दे सकती है।


