
By Rohtas Darshan Digital Desk | Updated: October 23, 2025 | Mumbai : अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के सिंडिकेट से जुड़े एक अंतरराष्ट्रीय नारकोटिक्स नेटवर्क पर मुंबई पुलिस ने बड़ा प्रहार किया है। पुलिस ने दुबई में छिपे मोहम्मद सलीम सुहैल शेख उर्फ ‘लविश’ को गिरफ्तार किया है, जो दाऊद के करीबी सलीम डोला का मुख्य सहयोगी बताया जा रहा है। यह कार्रवाई 252 करोड़ रुपये की मेफेड्रोन (MD) बनाने वाली फैक्ट्री से जुड़ी जांच के तहत हुई है।
दुबई से गिरफ्तारी और भारत लाए जाने तक की पूरी कहानी
अधिकारियों के अनुसार, शेख 2024 से यूएई (UAE) में छिपा हुआ था।
उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस (RCN) जारी किया गया था, जिसके बाद भारतीय एजेंसियों और UAE अधिकारियों की संयुक्त कार्रवाई में उसे गिरफ्तार किया गया।
कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद 22 अक्टूबर को मुंबई पुलिस ने उसे भारत लाकर हिरासत में लिया।
कोर्ट ने शेख को 30 अक्टूबर तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया —
“शेख, सलीम डोला का राइट हैंड मैन था, जो पूरे भारत में MD के उत्पादन और वितरण का काम संभालता था। वह दाऊद नेटवर्क के लिए नारकोटिक्स सप्लाई और फाइनेंस का अहम हिस्सा था।”
फरवरी 2024 से शुरू हुई थी जांच
यह पूरा मामला फरवरी 2024 का है।
मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच यूनिट-7 ने कुर्ला वेस्ट में परवीन बानो गुलाम शेख नाम की महिला को पकड़ा था।
उसके पास से 641 ग्राम मेफेड्रोन, 12.20 लाख रुपये नकद और 1.5 लाख के सोने के गहने बरामद हुए थे।
तकनीकी जांच के बाद पुलिस साजिद मोहम्मद आसिफ शेख उर्फ ‘डब्स’ तक पहुंची, जिसे मीरा रोड से गिरफ्तार किया गया।
उसके पास से 3 किलो MD और 3.68 लाख रुपये कैश मिला। पूछताछ में सामने आया कि यह ड्रग्स दुबई नेटवर्क से सप्लाई किए गए थे।
सांगली में 245 करोड़ की फैक्ट्री पर छापा
25 मार्च 2024 को सांगली जिले के कवथेमहांकल (इराली गांव) में एक बड़ी ड्रग फैक्ट्री पर छापा मारा गया।
पुलिस ने यहां से 122.5 किलो MD, प्रीकर्सर केमिकल और अन्य कच्चा माल जब्त किया — जिसकी कुल कीमत करीब 245 करोड़ रुपये बताई गई।
मौके से छह लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
डीसीपी (डिटेक्शन-I) विशाल ठाकुर ने बताया —
“यह नेटवर्क सात राज्यों तक फैला हुआ था। कई आरोपी विदेश में छिपे थे। उनके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया है।”
256 करोड़ की ज़ब्ती, 15 गिरफ्तार
अब तक पुलिस ने 256.49 करोड़ रुपये की ड्रग्स, कैश, गाड़ियां और संपत्ति जब्त की हैं।
इस मामले में कुल 15 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं, जिनमें तीन को विदेश से प्रत्यर्पित (extradited) कर भारत लाया गया।
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि सिंडिकेट ने अंगड़िया चैनल और हवाला नेटवर्क के जरिए धन हस्तांतरण किया।
इस कड़ी में एक अंगड़िया ऑपरेटर को भी गिरफ्तार किया गया है।
दाऊद के नेटवर्क का वैश्विक कनेक्शन
पुलिस सूत्रों के अनुसार, सलीम डोला — जो फिलहाल तुर्की में छिपा बताया जा रहा है — दाऊद के पुराने साथी इकबाल मिर्ची की मौत के बाद D-कंपनी के नारकोटिक्स कारोबार को संभाल रहा था।
उसके कनेक्शन दक्षिण अफ्रीका और मेक्सिको के ड्रग कार्टेल्स तक फैले हैं।
ED (प्रवर्तन निदेशालय) और NCB (नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो) ने इस नेटवर्क के खिलाफ MCOCA (महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एक्ट) के तहत कई मामले दर्ज किए हैं।
NCB ने अब तक 6.4 करोड़ रुपये की संपत्ति फ्रीज की है।
पहले भी हुईं कई बड़ी गिरफ्तारियां
इससे पहले सलीम डोला के बेटे ताहिर और भतीजे मुस्तफा मोहम्मद कुब्बावाला को भी सांगली ड्रग फैक्ट्री केस के सिलसिले में UAE से भारत लाया गया था।
पिछले पांच वर्षों में महाराष्ट्र की विभिन्न एजेंसियों ने 9522 करोड़ रुपये मूल्य की सिंथेटिक ड्रग्स जब्त की हैं, जो राज्य में बढ़ते MD संकट की गंभीरता दर्शाता है।
पुलिस का बयान
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा —
“यह कार्रवाई दाऊद इब्राहिम के सिंडिकेट पर अब तक का सबसे बड़ा झटका है।
भारत लौटाए गए आरोपियों से पूछताछ में कई और अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का खुलासा होने की उम्मीद है।”


