पुनर्वास के लिए नगर पंचायत के पास नहीं है कोई योजना।
रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : नोखा । शहर के सभी हिस्सों में फुटपाथ दुकानदारों का कब्जा है लेकिन अहम सवाल यह है कि गरीब असहाय लोग रोड पर दुकान लगाकर ही अपने परिवार की आजीविका चलाते हैं इनका दुर्भाग्य है कि नगर पंचायत ने कभी भी इस तरह के छोटे दुकानदारों के पुनर्वास के लिए योजना नहीं बनाई हालांकि अभी इन्हें वेंडर के प्रमाण पत्र नगर पंचायत द्वारा दिया जा रहा है लेकिन इन्हें विस्थापित करने के लिए कोई योजना नहीं बनी है जबकि अभी भी यह नगर पंचायत को दुकानें लगाने को ले रोजाना टैक्स देते हैं इस टैक्स की राशि को इनके विस्थापन पर खर्च किया जाता है तो कुछ हद तक इन्हें राहत मिलती अभी स्थिति यह है कि नगर पंचायत को टैक्स भी देते हैं तो प्रशासन जब चाहे उनकी दुकानों को अतिक्रमण हटाने के लिए जमींदोज कर देती है इन फुटपाथ दुकानदारों में सैकड़ों ऐसे दुकानदार है जो दिन में दुकान ना लगाएं तो संध्या में उनके घरों में चूल्हा नहीं जलेगा वहीं कई लोग जबरन भी सड़कों को अतिक्रमण कर यातायात को प्रभावित करते हैं कम से कम शहर की मुख्य सड़कों को छोड़कर ही उन्हें दुकान लगाना चाहिए बस स्टैंड के पास सार्वजनिक शौचालय व नटवर बस स्टैंड के पास अतिक्रमण हटाने के बाद उस जगह पर भी सब्जी फल सहित अन्य फुटपाथीं यानी छोटे दुकानदारों को विस्थापित किया जा सकता है मुख्य पार्षद पम्मी वर्मा ने कहा कि अभी नगर पंचायत में फुटपाथ दुकानदारों को भिंडर का प्रमाण पत्र दिया जा रहा है ऐसे छोटे मझोले दुकानदारों का सर्वे भी किया जा रहा है वेंडर के प्रमाण पत्र वाले दुकानदारों को बिना किसी जमानत के ₹10,000 तक का लोन दिया जाएगा मैं भी स्थापित करने के लिए अभी योजना नहीं बनी है।
