रेल अप्रेंटिस के समायोजन हेतू 12 फरवरी को होगा विशाल धरना|
रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : डेहरी। ईस्ट सेन्ट्रल रेलवे कर्मचारी युनियन के केन्द्रीय सहायक महामंत्री रमेश चंद्रा ने आज ईसीआरकेयू के डेहरी शाखा द्वारा आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला और कहाकि आज सरकार से मजदूरों का भरोसा खत्म हो रहा है। क्योंकि प्रधानमंत्री, रेलमंत्री संसद और सभाओं में दावा करते हैं कि भारतीय रेल का निजीकरण नहीं होगा, लेकिन उनका हर काम भारतीय रेल को निजीकरण की ओर ले जाने वाला है। महामंत्री ने रेलकर्मियों से कहाकि हमें रेल को बचाने के लिए जान की बाजी लगानी पड़ी तो भी पीछे हटने वाले नहीं है। रेल अप्रेंटिस को भारतीय रेल की रीढ़ की हड्डी बताते हुए कहाकि इनके समायोजन को लेकर 12 फरवरी को राष्ट्रव्यापी धरना तो दिया ही जाएगा, फिर भी सरकार ने प्रभावी कार्रवाई नहीं की तो इस मसले पर भी ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के राष्ट्रीय महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा एवं ईसीआरकेयू के केन्द्रीय महामंत्री एस एन पी श्रीवास्तव के नेतृत्व में बड़ा आंदोलन किया जाएगा। रेलकर्मी खून पसीना बहाकर भी ट्रेन चलाने के लिए तैयार है, लेकिन सरकार ने अगर रेल को बेचने की साजिश की तो हर हाल में भारतीय रेल का चक्का जाम होगा। सहायक महामंत्री ने याद दिलाया कि कोरोना महामारी के बीच जब रेलकर्मचारी देश की सेवा में लगे हुए थे, वो विपरीत हालातों में भी ट्रेनों का संचालन कर आवश्यक उपभोक्ता वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित कर रहे थे।उस समय सरकार इन कर्मचारियों की पीठ थपथपाने के बजाए पीठ में छूरा घोंपने का काम कर रही थी। सरकार ने पहले डीए पर रोक लगाया, फिर नाइट ड्यूटी एलाउंस को रोका, तमाम तरह के एलाउंस और ओवर टाइम रोके गए। मंहगाई भत्ता कोई चैरिटी नहीं है, सरकार मंहगाई रोकने का दावा करे, हम मंहगाई भत्ता नहीं लेंगे, लेकिन एक ओर मंहगाई आसमान छूती जा रही है और सरकार मंहगाई भत्ते पर कैंची चला रही है। वही ईसीआरकेयू के डेहरी शाखा सचिव एस पी सिंह ने कहाकि आज भारतीय रेल के युवा कर्मचारी भविष्य को लेकर खुद असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, इसलिए एनपीएस को हर हाल में वापस करना होगा, ये युवाओं के भविष्य का सवाल है। इस पर अब निर्णायक संघर्ष का समय आ गया है। बिना लड़े कुछ भी मिलना संभव नहीं है, पुरानी पेंशन की बहाली को लेकर संसद के बजट सत्र के दौरान देश भर के कर्मचारी दिल्ली पहुंच कर संसद को घेरने का काम करेंगे। इसके बाद भी अगर बात नहीं सुनी गई तो रेल का चक्का जाम करने से भी हम पीछे नहीं रहने वाले हैं। बैठक को ईसीआरकेयू के तेजतर्रार नेत्री मृदुला कुमारी, हरेन्द्र सिंह,मुश्ताक अंसारी, ए के सिंहा, दिनेश प्रसाद,संजय कुमार, विजय बहादुर, अजय कुमार, प्रमोद यादव,अमरेश यादव, जमीदार प्रसाद ,धरमू एक्का, शशिभूषण सिंह,धर्मेन्द्र कुमार, अमरेन्द्र सिंह, रवि रंजन सिंह सहित बड़ी संख्या में ईसीआरकेयू से जुडे रेलकर्मियों उपस्थित थे।
