डेहरी ऑन सोन : शहर के पाली रोड स्थित रामकृष्ण सेवाश्रम में श्रद्धा-भक्ति एवं धूमधाम से कल्पतरु उत्सव मनाया गया। इस पावन अवसर पर पूजा-अर्चना, प्रवचन और भक्ति गीत – संगीत का आयोजन किया गया। इस धार्मिक अनुष्ठान में खासकर शहर के बंगाली समाज के श्रद्धालुओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया। इस मौके पर सेवाश्रम में सुबह आठ बजे कल्पतरु की पूजा शुरू हुई। 1886 में आज ही के दिन रामकृष्ण परमहंस को कल्पतरु वृक्ष के नीचे ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। जिसके उपलक्ष में प्रत्येक वर्ष कलपतरू का उत्सव बंगाली समाज के लोगों द्वारा धूमधाम के साथ मनाया जाता है। कल्पतरु वृक्ष के समक्ष श्रद्धाभक्ति से मांगी गई मनोकामनाएं पूरी हो जाती है। उन्होंने कहा कि रामकृष्ण परमहंस स्वयं कल्पतरु बन गए थे और श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं पूरी की थी। तब से यह कल्पतरु उत्सव मनाया जाता है। इस दौरान उन्होंने श्रद्धालुओं को रामकृष्ण परमहंस एवं स्वामी विवेकानन्द के बारे में भी बताया। उत्सव के दौरान आयोजित कार्यक्रम आश्रम के सचिव प्रदीप कुमार दास तपन कुमार डे दुलाल भट्टाचार्य कार्तिक मजूमदार गौतम डे आदि उपस्थित थे।
