आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 08 फरवरी 2023 : नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को संसद को संबोधित किया। पिछले दिनों कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा झंडा फहराकर अपनी भारत जोड़ो यात्रा का समापन किया था। इसका जिक्र करते हुए नरेंद्र मोदी ने उस घटना को याद किया जब उन्होंने लाल चौक पर राष्ट्रध्वज फहराया था।
भारत जोड़ो यात्रा का नाम लिए बिना नरेंद्र मोदी ने कहा कि जो लोग अभी जम्मू-कश्मीर घूमकर आए हैं उन्होंने देखा होगा कि वहां कैसी शांति है। लोग चैन से वहां जा सकते हैं। सैकड़ों की संख्या में जाकर जम्मू-कश्मीर में भ्रमण कर सकते हैं।
आतंकियों ने पोस्टर लगाकर दी थी चुनौती
पीएम ने कहा, “मैं भी तिरंगा यात्रा लेकर जम्मू-कश्मीर गया था। उस समय आतंकियों ने पोस्टर लगाए थे। कहा था देखते हैं किसने अपनी मां का दूध पिया है कि लाल चौक पर आकर तिरंगा फहराता है। मैंने एक सभा में कहा था कि आतंकवादियों कान खोलकर सुन लो 26 जनवरी को 11 बजे मैं लाल चौक पहुंचूंगा। बिना सुरक्षा आऊंगा, बिना बुलेटप्रूफ जैकेट के आऊंगा। फैसला लाल चौक पर होगा कि किसने मां का दूध पिया है।”
दुश्मन देश ने दी थी तोपों की सलामी
लाल चौक पर झंडा फहराने के बाद मीडिया के लोग पूछने लगे तो मैंने कहा था कि 26 जनवरी और 15 अगस्त को दिल्ली में झंडा फहराए जाने के वक्त तोपों की सलामी दी जाती है। लाल चौक पर जब मैं झंडा फहरा रहा था तब दुश्मन तोपों की सलामी दे रहा था। वह बम और गोलियां छोड़ रहा था।
पर्यटन में सारे रिकॉर्ड तोड़ रहा जम्मू-कश्मीर
नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज जम्मू-कश्मीर में शांति है। दशकों बाद जम्मू-कश्मीर पर्यटन के मामले में सारे रिकॉर्ड तोड़ रहा है। जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र का उत्सव मनाया जा रहा है। वहां हर घर तिरंगा का सफल कार्यक्रम होता है। कुछ लोग कहते थे कि जम्मू-कश्मीर में तिरंगा फहराने से शांति बिगड़ने का खतरा है। वक्त देखिए, अब वो भी तिरंगा यात्रा में शरीक हो गए। भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि उस समय अखबारों में एक खबर आई थी जिसपर बहुत लोगों का ध्यान नहीं गया होगा। वह खबर थी कि दशकों बाद श्रीनगर में थियेटर हाउसफुल चल रहे थे।