सामाजिक एवं अधिकारिता मंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया उद्घाटन |
करगहर रोहतास। समाज के मुख्यधारा में दिव्यांगों को जोड़ना पीएम नरेंद्र मोदी की प्राथमिकता है। प्रखंड क्षेत्र के बहुआरा गांव में स्वतंत्रता सेनानी भवानी दयाल सन्यासी की जन्मभूमि पर आयोजित दिव्यांगता शिविर का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन के पश्चात सामाजिक एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने यह बात कही। भारत सरकार द्वारा दिव्यांगों के लिए उपकरण, अस्पताल एवं विभिन्न स्टेशनों तथा ट्रेन में हुई व्यवस्था की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पूरे देश में दिव्यांगों के लिए 186 अस्पताल बनाए गए हैं। भारत सरकार द्वारा दिव्यांगों के लिए अभूतपूर्व कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि बहुआरा गांव को उपसभापति हरिवंश जी ने गोद लिया है। चुकी वह गांव स्वतंत्रता सेनानी भवानी दयाल सन्यासी की जन्मभूमि है।
समारोह की अध्यक्षता कर रहे हैं उपसभापति हरिवंश ने स्वतंत्रता सेनानी भवानी दयाल सन्यासी की जीवनी पर विस्तृत प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि बहुआरा गांव के सर्वांगीण विकास के लिए हम कटिबद्ध है। बहुआरा गांव में पहुंचे सांसद छेदी पासवान ने कहा कि 1917 में पूर्व राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद कुदरा से बैलगाड़ी पर सवार होते हुए बहुआरा आए थे और उन्होंने विद्यालय का शिलान्यास किया था लेकिन दुर्भाग्य की बात यह है कि वाह आज तक विद्यालय नहीं बन सका। उन्होंने कहा कि जल्द ही इस गांव में सांसद मद से विद्यालय भवन का निर्माण कराया जाएगा। इसके अलावा जो संभव हो सकेगा इस गांव के विकास के लिए मैं संकल्पित हूं। समारोह में पहुंचे स्थानीय विधायक संतोष कुमार मिश्रा ने सभी दिव्यांग जनों से मिलकर उनकी सभी समस्याएं सुनी एवं उपकरण दिलाने का भरोसा दिलाया। एलिम्को संस्था कानपुर के उप महाप्रबंधक संजय कुमार सिंह ने बताया कि जिस का रजिस्ट्रेशन हुआ है उन्हीं दिव्यांगों के बीच उपकरण वितरित किए गए। इसके बाद जिन दिव्यांगों का रजिस्ट्रेशन होगा उन्हें बाद में उपकरण दिए जाएंगे। मौके पर एलिम्को के कनिष्ठ प्रबंधक नितिन माहौर दीपक कनौजिया ईडीपी अमरनाथ सहित कई लोग उपस्थित थे।
