बिक्रमगंज । सूर्यपुरा प्रखंड के सुरहुरिया गांव में कृषि विभाग के द्वारा मौसम अनुकूल खेती सहित अन्य कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया । इस कार्यक्रम में आर के जलज ने बताया कि ग्राम सुरहुरिया में 10 एकड़ क्षेत्रफल में मसूर , सरसों , चना के अलावे 70 एकड़ क्षेत्रफल में गेहूं की खेती जीरो टिलेज तकनीक से करायी जा रही है । इसी ग्राम में 10 एकड़ क्षेत्र में फैले हुए पुआल को राउंड अस स्ट्रॉबेलर से बेल बनाकर खेती करायी जा रही है । इस ग्राम में पुआल रहते हुए हैपी सीडर द्वारा 50 एकड़ के क्षेत्रफल में गेहूं की बुआई की जा रही है ।कार्यक्रम का संचालन डॉ रतन कुमार उद्यान वैज्ञानिक ने किया ।उन्होंने मौजूद किसानों को पराली जलाने से होने वाले नुकसान के बारे में बताया । इस अवसर पर जिला कृषि पदाधिकारी रोहतास के द्वारा किसानों को दी जाने वाली सब्सिडी योजना एवं माननीय मुख्यमंत्री के द्वारा घोषित पराली नहीं जलाने के संकल्प को दोहराया तथा उन्होंने किसानों को कृषि विभाग के द्वारा जारी संचालित योजनाएं एवं किसानों के द्वारा पूछे गए प्रश्नों का उत्तर दिया इस अवसर पर सहायक निदेशक अभियंत्रण अकरम ने किसानों को मशीनों की उपयोगिता तथा उनके खेती के योजनाओं के बारे में बताया इस कार्यक्रम में जिला परिषद सदस्य संध्या देवी ने किसानों को पराली नहीं जलाने तथा इस योजना का लाभ उठाकर के तकनीकी खेती पर बल दिया । इस अवसर पर किसान इंदु राय ने स्ट्रॉबेल की महत्वता पर बल दिया तथा राउंड स्ट्रोबेल के द्वारा खेती कर किसानों को इससे लाभ के बारे में अवगत कराया । इस अवसर पर भिखारी ने किसानों को आभार प्रकट करते हुए अपने ग्राम का चयन होने पर उद्गार व्यक्त किया तथा धनंजय ने प्रोटेक्टेड कल्टीवेशन खेती कर किसानों को आगे बढ़ने का संकल्प बताया । इसमें छात्र छात्राएं तकनीकी खेती के महत्व एवं उससे होने वाले फायदे के बारे में बताया । इसमें लगभग 200 किसान तथा कृषि विज्ञान केंद्र के हरेंद्र प्रसाद शर्मा, आदित्य कुमार, नवीन कुमार , राकेश कुमार ,सुबेश कुमार इत्यादि उपस्थित थे । किसानों में सत्यदेव राय ,धनजी सिंह, चंद्रमणि सिंह इत्यादि किसान उपस्थित रहे ।
