लालू-राबड़ी सरकार ने जेपी के सम्मान में कुछ नहीं किया -राजद-कांग्रेस की संगत में जेपी के विचारों से दूर हुए नीतीश
आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 11 अक्टूबर 2022 : पटना। पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि लालू-राबड़ी और कांग्रेस की सरकारों ने जेपी के सम्मान में कोई काम नहीं किया। बिहार में जेपी सेनानियों को सम्मान पेंशन देने की योजना भी तब लागू हुई, जब भाजपा सरकार में शामिल हुई। मोदी ने कहा कि भाजपा शासित उत्तर प्रदेश में जेपी सेनानियों को 20 हजार और मध्यप्रदेश में 25 हजार रुपये मासिक पेंशन समान रूप से सभी सेनानियों को मिलती है, जबकि छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भाजपा की सरकार जाते ही कांग्रेस ने यह पेंशन योजना बंद कर दी। मोदी ने कहा कि बिहार जेपी आंदोलन की धरती रही। यहाँ के सेनानियों की पेंशन राशि मात्र 7,500 और 15,000 रुपये है। इसमें वृद्धि क्यों नहीं होनी चाहिए?
उन्होंने कहा कि जेपी सेनानियों की पेंशन के लिए नीतीश सरकार ने बोर्ड का गठन नहीं किया। सम्मान पेंशन की पात्रता रखने वाले 50 से ज्यादा लोगों के आवेदन सारी प्रक्रिया पूरी कर मुख्यमंत्री की स्वीकृति का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन इसके लिए भी उन्हें फुर्सत नहीं है। मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद और सोनिया गांधी की संगत में जाने के बाद नीतीश कुमार जेपी के विचारों से दूर हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि जेपी की जन्मस्थली सिताब दियारा में स्मारक का निर्माण और वहाँ जेपी प्रतिमा का अनावरण गृह मंत्री अमित शाह के हाथों होने से जदयू की बेचैनी बढ़ गई है। मोदी ने कहा कि अमित शाह के कार्यक्रम से प्रतिस्पर्घा में नीतीश कुमार ने पहली बार जेपी की पुण्यतिथि को राजकीय कार्यक्रम के रूप में मनाने की घोषणा की।