नोखा । नगर पंचायत प्रशासन की यह लापरवाही कहीं जाए या फिर सिस्टम का दोस्त एक तरफ खेतों में फसल के अवशेष जलाने वाले किसानों पर पर्यावरण व प्रदूषण का हवाला दे उन पर कानूनी कार्रवाई की जा रही है वहीं शहर के रिहायशी इलाकों में जगह-जगह को उपयुक्त स्थल पर डंप करने की बजाय उसे मोहल्लों में ही जलाने का काम संबंधित महकमा द्वारा किया जा रहा है हर रोज कूड़ा उठाने की बात बेमानी साबित हो रही है वार्ड पार्षद व नगर पंचायत प्रशासन साफ सफाई के प्रति जिम्मेदार बनने के बजाय एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करने में लगे हैं शहर में कई ऐसे वार्ड वा मोहल्ले हैं जहां पर कई दिनों तक कूड़ा का उठाव नहीं होता है जहां पर लगे कूड़े के अंबार से निकलने वाले बदबू बीमारी को दावत देने का काम करते हैं उसमें भी सफाई कर्मियों द्वारा उसे जला कार्बन फैलाने का कार्य किया जा रहा जो लोगों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित होता है लिहाजा इन्हें कानून का पालन कराने की जिम्मेदारी सरकार से मिली है वहीं इसे दत्ता बताने में लगे हैं ऐसा कोई मोहल्ला नहीं होगा या नियमित रूप से कूड़ा का उठाव होता है लोगों का कहना है कि हर घर तक कूड़ा उठाओ ठेला के नहीं पहुंचने पर आसपास के लोग मोहल्ले में खाली स्थान पर उसे फेंक रहे हैं वहीं कूड़े का अंबार देख नगर पंचायत के सफाई कर्मी उसे उपयुक्त स्थान पर डंपिंग करने की बजाय उसी स्थान पर कूड़ा प्रदूषण फैलाने का काम कर रहे हैं।
