आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 05 मार्च 2022 : छपरा : निगरानी ब्यूरो ने शनिवार को जल संसाधन विभाग के जूनियर इंजीनियर शम्भू नाथ सिंह व उनके पुत्र के ठिकानों पर छापेमारी की है। सारण में पदस्थापित शम्भू के पटना के साथ छपरा के ठिकानों पर छापेमारी चल रही है। दफ्तर और पैतृक आवास की तलाशी ली जा रही है। इस दौरान अबतक जमीन-फ्लैट के 44 से अधिक कागजात व कई बैंकों के लाकर का पता चला है। शंम्भू गाड़ियों के वीआइपी नंबरों के शौकीन हैं। उनके पास कई सीरीज के वीआइपी नंबर हैं। शम्भू की पत्नी मुखिया हैं तो बेटा असिस्टेंड इंजीनियर है।
अपने भ्रष्ट कमाई के कारण आरोपी जूनियर इंजीनियर ने एक तरह से छपरा के जिला परिषद पर कब्जा कर लिया था। बताया जाता है कि यहां होनेवाले सभी कार्यों की मंजूरी तब ही मिलती थी, जब जेई को मंजूरी मिल जाती है। अधिकारियों से लेकर मंत्रियों तक वह अपनी पैठ बना चुका था। अपनी कारगुजारियों से उसने दोनों हाथों से संपत्ति बटोरी है। साथ ही छापेमारी से पहले उन पर कई गंभीर आरोप लगे हैं।
बताया गया कि जेई की पत्नी रेखा सिंह मोतिराजपुर पंचायत की मुखिया है। साथ ही कहीं आवाजाही के लिए वह मंहगी फार्च्यूनर गाड़ी का प्रयोग करता है। छापेमारी में अब तक उसके आवास से सात लाख रुपए की बरामदगी हो चुकी है।
आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के शिकायत मिलने पर प्रारंभिक जांच के बाद निगरानी ब्यूरो ने दो मार्च को आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज किया गया था। निगरानी को शिकायत मिली थी कि जूनियर इंजीनियर शम्भू नाथ सिंह ने अकूत संपत्ति बनाई है। काली कमाई से उन्होंने अपनी पत्नी को पैसों के बल पर मुखिया बना दिया। वहीं अपने बेटे की असिस्टेंट इंजीनियर के पद पर बहाली करा दी। इन्हीं मामलों के लेकर शनिवार की सुबह निगरानी ब्यूरो की टीम ने जल संसाधन विभाग के जूनियर इंजीनियर शम्भू नाथ सिंह के ठिकानों पर छापेमारी की। पटना के साथ सारण के दफ्तर और पैतृक आवास की तलाशी ली गई। विजिलेंस की टीम ने अभियंता शंभूनाथ सिंह के छपरा स्थित सरकारी आवास के अलावा उनके पैतृक गांव गरखा प्रखंड के मोतीराजपुर स्थित घर एवं पटना स्थित मकान पर भी छापेमारी की है। प्रारंभिक जांच में अबतक 44 जमीन-फ्लैट के कागजात मिले हैं। वहीं कई बैंकों में लाकर होने की बात भी सामने आ रही है।
