स्थानीय विधायक समेत अन्य जनप्रतिनिधियों ने उड़ाई कोविड गाइडलाइन की धज्जियां

आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 28 जनवरी 2022 : सासाराम। आरआरबी एनटीपीसी की परीक्षा रिजल्ट में कथित धांधली एवं एक की जगह दो परीक्षा आयोजन के खिलाफ बीते तीन चार दिनों से पूरे बिहार में चल रहे छात्रों के उग्र प्रदर्शन के बाद शुक्रवार को प्रदेश के विभिन्न छात्र-युवा संगठनों ने बिहार बंद का आह्वान किया। हालांकि छात्रों द्वारा बुलाए गए बिहार बंद के दौरान शहर की सड़कों पर छात्र नदारद दिखे तथा बंद का समर्थन कर रहे महागठबंधन के नेताओं ने आंशिक रूप से पोस्ट ऑफिस चौराहे को थोड़ी देर के लिए जाम कर अपना विरोध जताया। इस दौरान स्थानीय विधायक राजेश कुमार गुप्ता समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के जनप्रतिनिधि एवं कार्यकर्ताओं ने वैश्विक महामारी की तीसरी लहर में कोविड दिशा-निर्देशों का जमकर उल्लंघन किया तथा सड़कों पर भीड़ इकट्ठा कर बिना मास्क के हीं सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने सरकार के रवैये की कठोर निंदा करते हुए छात्रों पर हुए पुलिसिया कार्रवाई का जमकर विरोध किया तथा केन्द्र सरकार से मांग करते हुए महागठबंधन के नेताओं ने कहा कि रिजल्ट में हुए धांधली की जांच कराकर रिजल्ट पुन: प्रकाशित किया जाए। जिससे छात्रों के साथ इंसाफ हो सके। वहीं बिहार बंद का समर्थन कर रहे भीम आर्मी समेत अन्य राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं ने सासाराम रेलवे स्टेशन पर भी शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया तथा आंदोलन के दौरान छात्र-युवाओं पर हुए मुकदमें बिना शर्त वापस लेने की मांग रखी। साथ हीं भगत सिंह छात्र नौजवान सभा, अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा एवं अन्य संगठनों ने अपने अपने प्रेस बयान जारी किए तथा बिहार बंद का समर्थन करते हुए आंदोलित छात्रों की मांगों को पूरा कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान सासाराम रेलवे स्टेशन समेत शहर के सभी मुख्य चौक चौराहों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था देखी गई तथा बंद का समर्थन कर रहे नेताओं को कुछ ही मिनटों में सड़कों से हटा लिया गया। मौके पर राजद जिलाध्यक्ष गिरिजा चौधरी, सत्तार अंसारी, मनीष चौबे, जय शंकर शर्मा, मनीष रजक, रामअवतार पासवान, अयोध्या राम, वीरेंद्र समाजवादी, विनोद यादव, जितेंद्र नटराज, अक्षवर चंद्रवंशी, जयेंद्र चौधरी सहित कई लोग मौजूद रहे।
