मेयर पद का पेंच फंसा,आप बोली,अभी तो झांकी,पंजाब में पिक्चर बाकी
आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 27 दिसंबर 2021 : चंडीगढ़ : चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव के लिए सोमवार को मतगणना हुई। कुल 35 वार्ड पर हुई मतगणना का अंतिम परिणाम यह रहा कि पहली बार इन चुनाव में उतरने वाली आम आदमी पार्टी (आप) ने सबसे ज्यादा 14 सीटें जीती हैं। वहीं भाजपा के खाते में 12 सीट आई है। कांग्रेस को 8 सीट मिली तो एक सीट शिरोमणि अकाली दल और निदर्लीय को मिली। अभी चंडीगढ़ नगर निगम पर भाजपा का कब्जा था। भाजपा के मौजूदा मेयर को आप प्रत्याशी के हाथों हार का सामना करना पड़ा। पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले आए इन परिणामों से आम आदमी पार्टी में भारी उत्साह है। माना जा रहा है कि पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 में आम आदमी पार्टी का सबसे अधिक असर होगा। यह भाजपा और कांग्रेस के लिए खासतौर पर चिंता की बात हो सकती है। चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव के नतीजें ने सभी पार्टियों को चौंका दिया है। नगर निगम में 35 सीटें हैं और 14 सीटों को जीतकर आम आदमी पार्टी यानी कि आप सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। इन नतीजों को बेहद ही अहम माना जा रहा है क्योंकि इनके जरिए पंजाब चुनाव के समीकरण को समझने में मदद मिलेगी। आप भी नतीजों से गदगद नजर आ रही है और उनके नेताओं ने कहा है कि चंडीगढ़ तो झांकी है, पंजाब में अभी पिक्चर बाकी है उन्होंने कहा कि लोगों ने ईमानदार राजनीति को चुना है।आप नेता राघव चड्ढा दिल्ली में कहा, मैं आप और अरविंद केजरीवाल (की ओर से चंडीगढ़ के लोगों को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने हमारी जैसी छोटी और ईमानदार पार्टी को इतना प्यार और विश्वास दिया, जिसने यहां पहली बार चुनाव लड़ा चंडीगढ़ तो झांकी है, पंजाब में अभी पिक्चर बाकी है। वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, चंडीगढ़ नगर निगम में आम आदमी पार्टी की ये जीत पंजाब में आने वाले बदलाव का संकेत है। चंडीगढ़ के लोगों ने आज भ्रष्ट राजनीति को नकारते हुए आप की ईमानदार राजनीति को चुना है। आप के सभी विजयी उम्मीदवारों एवं सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई।इस बार पंजाब बदलाव के लिए तैयार है।
मेयर पद का पेंच फंसा
वहीं, आम आदमी पार्टी चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में भले ही सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, लेकिन उसके लिए आगे का रास्ता कठिन है। दरअसल, आप को 35 में से 14 सीटों पर जीत मिली है, लेकिन मेयर के पद के लिए 18 पार्षदों की जरूरत होती है। इस तरह आप के पास चार पार्षद कम हैं। ऐसे में आप ने कहा है कि कांग्रेस और बीजेपी को मोरल ग्राउंड पर मेयर का चुनाव होने देना चाहिए।इस दौरान उन्हें आपत्ति भी नहीं जतानी चाहिए।आप ने कहा है कि वह सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. जनता ने इस चुनाव के जरिए दिखाया है कि वह बीजेपी और कांग्रेस के साथ नहीं है , गौरतलब है कि हर पांच साल में नगर निगम चुनाव होते हैं इस बार चुनाव में बीजेपी, कांग्रेस और आप के बीच त्रिकोणीय मुकाबला हुआ है।पिछले चुनाव में बीजेपी ने 20 सीटें जीती थीं और अकाली दल के हिस्से में एक सीट आई थी। वहीं, कांग्रेस को चार सीटों पर जीत मिली थी।
