रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : 23 नवम्बर 2021 : पटना। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के द्वारा शराबबंदी को खत्म करने के सवाल पर जेडीयू प्रवक्ता सह एम.एल.सी. तथा पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने बड़ा हमला बोलते हुए कहा है कि लालू जी का पटना आगमन और शराबबंदी को समाप्त करने की बात यह दिखाता है कि वे पुत्रमोह में सामाजिक उत्तरदायित्व भूल कर राजनीतिक कुंठा के शिकार हो गए हैं । दिल्ली से पटना आने का कारण दलितों व अति पिछड़ा का सशक्तिकरण, अल्पसंख्यक समुदाय के सम्मान के लिए नहीं बल्कि राजकोष के खजाना लूटने के आरोप में न्यायालय में पेशी है ।
स्वभाविक है कि शराबबंदी जैसा महत्वपूर्ण अभियान जो नई पीढ़ी को विभिन्न रोगों से बचा सकता है, उनके परिवार का सामाजिक उन्नयन कर सकता है । समाज के कमजोर तबके के लोग हैं उन लोगों के बचाव के लिए नहीं बल्कि तथाकथित शराबबंदी का मजाक उड़ाने वाले और ऐसे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से शराब के कारोबारियों को सहयोग करने वाला है, यह सामाजिक तौर पर महापाप है । माननीय लालू प्रसाद जी किस को ज्ञान दे रहे हैं जब आपको झारखंड के होटवार जेल से रिम्स अस्पताल में विशेष दर्जा प्राप्त करना था तो आप राजनीतिक दबाव बनाकर झारखंड सरकार से आपने लिए विशेष सुविधा मुहैया कराई, मगर आपने बिहार के शराबबंदी को लागू करने में झारखंड सरकार पर शराबबंदी को सफल बनाने के लिए बिहार-झारखंड के सीमावर्ती क्षेत्र में दबाव नहीं बनाया ।
लालू जी आपने तो यह सामाजिक महापाप को मिटाने के लिए जो संकल्प लिया उसके खिलाफ आपका यह आचरण है । लालू प्रसाद यादव का यह बयान सीधे तौर पर बताता है कि लालू जी संपत्ति सृजन के अलावा कुछ और सोच ही नहीं सकते हैं , लालू प्रसाद यादव संपत्ति सृजन के नशा में इस कदर डुबे हुए हैं कि अब कैदखाने से लेकर न्यायालय में पेशी हो रही है । आने वाली पीढ़ी आपको इस बात के लिए याद करेगा की राजनीति में सामाजिक न्याय के नाम पर आपने जो फर्जीवाड़ा किया और शराबबंदी जैसा महत्वपूर्ण अभियान में बाधा उपस्थित करने की कोशिश की ।
