रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : 08 नवम्बर 2021 : कैमूर (भभुआ): छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले से एक बेहद दुखद भरी खबर आ रही है जहां मड़ईगुड़ा के लिंगनपल्ली में सीआरपीएफ के कैंप में एक सीआरपीएफ के जवान ने ही अपने ही साथियों पर अंधाधुंध गोली से फायरिंग कर दी है, नतीजा इस घटना में चार जवानों की दर्दनाक मौत हो गई है.
वहीं इस दर्दनाक घटना में एक जवान कैमूर का भी शहीद हो गया है जो नुआंव थाना क्षेत्र के एवती गांव निवासी धनजी सिंह बताया जा रहा है,शहीद धनजी सिंह लगभग 35 वर्ष के हैं जो महेंद्र सिंह के पुत्र बताए जाते हैं,शहीद धनजी सिंह 2012 में 50 वीं बटालियन के सीआरपीएफ जवान थे,जवान धनजी सिंह की मौत की खबर जैसे ही आज सोमवार की सुबह घर के परिजनों को मिली तो परिजनों में चीख-पुकार मच गया. वहीं गांव में भी कोहराम मच गया है,जानकारी के अनुसार शहीद धनजी सिंह की शादी 2014 में हुई थी जिसमें इनकी पत्नी रूपा देवी एवं 2 पुत्र बताए जा रहे हैं इस दुखद घटना में पत्नी का रो रो कर बुरा हाल है वहीं दोनों पुत्र के चीत्कार व करुण रुदन से हर किसी का कलेजा फटा जा रहा है.
मृतक सीआरपीएफ जवान के पिता महेंद्र सिंह ने जानकारी देते हुए बताया इससे पहले सितंबर माह में 10 दिन के लिए छुट्टी पर घर आए हुए थे जिसके बाद वह अपनी ड्यूटी पर चले गए थे,और 11 नवंबर को अपने घर वापस आने वाले थे,कल रात 8:30 बजे बड़े बेटे से उनसे फोन पर बात हुई थी उन्होंने बताया कि सब हाल-चाल ठीक है. उसके कहा मैं छुट्टी लेकर 11 नवंबर को घर पहुंच जाऊंगा, सुबह होते ही मेरे बेटे की मरने की खबर आई, जानकारी के अनुसार महेंद्र सिंह के 3 पुत्र बताए जा रहे हैं. जिसने बड़ा बेटा किसान है, दूसरा पुत्र सीआरपीएफ में जवान है जो जम्मू कश्मीर में तैनात है. वहीं तीसरा पुत्र सीआरपीएफ छत्तीसगढ़ तैनात थे,जिनकी इस फायरिंग में मौत हो गई.
छत्तीसगढ़ के सुकमा में तैनात नुआंव प्रखंड के ग्राम सातोएवती निवासी सीआरपीएफ जवान धनजी सिंह की मृत्यु पर बिहार सरकार के माननीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मो जमा खान ने गहरी संवेदना प्रकट की है। उन्होंने परिवारजनों को इस दुख को सहन करने की ऊपरवाले से दुआ मांगी।
