डोरीगंज के निलंबित थानाध्यक्ष संजय प्रसाद के पैतृक गांव समहौता में घंटो चली कार्रवाई
रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : 26 अक्टूबर 2021 : बेतिया/साठी। सारण जिला के डोरीगंज थाना के तत्कालीन निलंबित थानाध्यक्ष संजय प्रसाद के पैतृक आवास जिले के साठी थाना क्षेत्र अंतर्गत समहौता गांव पहुंचकर आर्थिक अपराध इकाई की टीम द्वारा छापेमारी की कार्रवाई की गई। बताया जाता है मंगलवार की सुबह भारी पुलिस बल के साथ इओयू की टीम समहौता गांव पहुंची और निलंबित इंस्पेक्टर संजय प्रसाद के घर छापेमारी शुरू की गयी, इस दौरान पैतृक आवास पर मौजूद उनके परिजनों से पूछताछ भी की गई तथा उनकी संपत्ति से जुड़ी जानकारियों को जुटाया गया। इस कार्रवाई को लेकर समहौता गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था। हालांकि छापेमारी के दौरान इओयू की टीम में शामिल अधिकारियो ने कार्रवाई पूरी होने तक कुछ भी बोलने से सीधे तौर पर साफ-साफ इंकार कर कर दिया। आरोप है कि डोरीगंज थाना में कार्यरत रहने के दौरान इंस्पेक्टर संजय प्रसाद ने अवैध बालू खनन मामले में बालू माफियाओ के साथ सांठगांठ कर करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है। जब उनके इस काले कारनामों की जानकारी सरकार को मिली तो मामले की जांच कराई गई और इनके ऊपर लगे आरोपों को सही पाया गया था। इसके बाद उन्हें निलंबित करते हुए उनका तबादला दूसरे रेंज में कर दिया गया था। इधर इओयू ने आय से अधिक संपत्ति और भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत 25 अक्टूबर को इंस्पेक्टर संजय प्रसाद के खिलाफ पटना में एफआईआर दर्ज की है तथा न्यायालय से कार्रवाई की अनुमति मिलते ही मुजफ्फरपुर और बेतिया स्थित उनके पैतृक आवास पर छापेमारी की कार्रवाई की गयी। टीम में इओयू के एसएसपी रंजन कुमार, इंस्पेक्टर जयशंकर प्रसाद, एसआई अवनीश कुमार, रानी कुमारी, रणधीर चौधरी, कल्पना कुमारी समेत अर्द्धसैनिक बल तथा साठी थाना के पुलिस अधिकारी व जवान मौजूद रहे।
2 महीने के अंतराल जिले में दूसरी बार पहुंची इओयू की टीम
बालू के खेल में 2 महीने के अंतराल दूसरी बार जिले में इओयू टीम की कार्रवाई से एक ओर जहां हड़कंप की स्थिति है तो वही लगातर दूसरी बार कार्रवाई की जद में 2 पुलिस अधिकारियों के आने के बाद चर्चाओं का दौर भी शुरू है। बालू के अवैध खनन में संलिप्तता तथा आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में आर्थिक अपराध इकाई टीम के दूसरे शिकार साठी थाना अंतर्गत समहौता निवासी रूपलाल प्रसाद के इंस्पेक्टर बेटे संजय प्रसाद बने। इससे पूर्व हाल ही में बीते 2 सितम्बर को भी ईओयू की टीम जिले के मैनाटांड़ प्रखण्ड अंतर्गत पीड़ारी गांव पहुंची थी और पालीगंज के तत्कालीन एसडीपीओ तनवीर अहमद के पैतृक आवास पर छापेमारी कर उनकी संपत्ति खंगालने की कार्रवाई की गयी थी। बता दें कि सूबे में बालू के अवैध खनन में संलिप्तता तथा आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में 2 आईपीएस, 1 एसडीओ, 4 डीएसपी समेत कई थानाध्यक्ष और अफसरों पर कार्रवाई की गाज गिरी है। पूरे मामले की मॉनिटरिंग इओयू के एडीजी नैयर हसनैन खान स्वयं कर रहे हैं।
