नीतीश कुमार की ही इच्छा से मंत्री बनने का खोला राज

नीतीश बाबू हैं पार्टी के नेता,ललन बाबू से हमारा पुराना संबंध :आरसीपी सिंह 


रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : 16 अगस्त 2021 : पटना। केंद्रीय इस्पात मंत्री एवं जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी  सिंह ने आज यहां कहा कि आरक्षण अब कोई मुद्दा नहीं है। अब सबका विकास,सबका विश्वास लक्ष्य है। जातीय जनगणना की मांग पर उन्होंने  गोल-मटोल जबाव दिया। गृह मंत्रालय का यह काम नहीं है। पिछली बार ग्रामीण विकास मंत्रालय ने जाति आधारित सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण कराया था।

नीतीश कुमार की ही इच्छा से मंत्री बनने का खोला राज 

आरसीपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते बोले-हमारी  पार्टी में एक नेता हैं नीतीश बाबू. आप लोग ही बताइये कि एक काम बिना पूछे हम किये हैं? 23 साल हो गये नीतीश जी के साथ काम करते हुए, कोई बता दे कि एक काम उनसे पूछे बगैर हम किये हों. एक निर्णय भी कोई बता दे. ये बात मानने वाली है कि हम नीतीश जी से बिना पूछे प्रधानमंत्री के पास पहुंच गये कि हमारा नाम राष्ट्रपति के पास शपथ लेने के लिए भेज दीजिये. तब तो जिसका मन करेगा वह प्रधानमंत्री के पास पहुंच जायेगा कि हमारा नाम शपथ लेने के लिए भेज दीजिये।

ललन सिंह से मेरा रिश्ता हम ही जानते हैं।

उन्होंने कहा-नीतीश बाबू  पार्टी के नेता हैं। ललन बाबू से हमारा पुराना संबंध रहा हैं।ललन सिंह से मेरा रिश्ता हम ही जानते हैं। विपक्ष के लोगों को इसके बारे में क्या मालूम होगा। उन्होंने कहा कि जब ललन सिंह पटना आए थे तो 6 अगस्त को हमारे पार्टी के साथियों ने स्वागत किया था। उस दिन भी विपक्ष के लोगों के पेट में दर्द हो रहा था। आज जब हम आए हैं, तब भी विपक्ष के पेट में दर्द हो रहा है। उन्होंने कहा कि पार्टी में केवल एक ही नेता हैं, जिनका नाम नीतीश कुमार है। नीतीश कुमार के लिए ही सभी लोग काम करते हैं।आरसीपी के स्वागत में ललन सिंह से कम भीड जुटी जदयू कोटा से केंद्रीय मंत्री बनने के बाद पहली बार पटना पहुंचने समर्थकों ने हवाई अड्डा पर भव्य स्वागत किया। इसकी 10 दिनों से तैयारी हो रही थी। हवाई अड्डा से पार्टी कार्यालय तक बैनर-पोस्टर कटआउट लगाये गये थे। इसे 6 अगस्त की ललन सिंह के पार्टी अध्यक्ष बन पहली बार पटना पहुंचने पर हुए स्वागत प्रदर्शन से तुलना की जा रही थी। पार्टी में गुटबाजी और शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा था।जदयू के इकलौते मंत्री के पार्टी कार्यालय में स्वागत समारोह में नीतीश कुमार, ललन सिंह और उपेन्द्र कुशवाहा के नहीं दिखने की भी चर्चा हो रही थी। ललन सिंह के स्वागत में जुटी भीड़ की तुलना में आज  आरसीपी समर्थकों की भीड़ और जोश भी  कम दिखाई दी।

उपेन्द्र कुशवाहा ने दूरी बनायी 

उपेन्द्र कुशवाहा ने एक चैनल से कहा कि आरसीपी के पटना आगमन और स्वागत कार्यक्रम की उन्हें मीडिया से ही जानकारी है। कोई पत्र या टेलीफोन से भी जानकारी नहीं है ।इसलिए वे पहले से तय कार्यक्रम के तहत जहानाबाद जा रहे हैं। उन्होंने आरसीपी के स्वागत- पोस्टर में पार्टी अध्यक्ष ललन सिंह का फोटो नहीं रहने को आपत्तिजनक मान कहा कि ऐसा करना बर्दाश्त से बाहर है।जातीय जनगणना पर गोल-मटोल जबाव आरसीपी सिंह ने पार्टी कार्यालय पहुंचने पर मीडिया से बातचीत की। जातीय जनगणना के सवाल पर सीधा जवाब नहीं दिया। हालांकि उन्होंने इतना जरूर कहा कि यह पार्टी की मांग है। लेकिन बिहार से लेकर केंद्र में जो सरकारें हैं, वह समावेशी विकास के जरिए उस मकसद को हासिल कर रही हैं।अब आरक्षण कोई मुद्दा नहीं,सबका विकास सबका विश्वास  है लक्ष्य आरसीपी सिंह ने  कहा कि अब आरक्षण कोई मुद्दा नहीं रहा। देश में 70 और 80 के दशक में आरक्षण की जिस तरह बात होती थी, अब वह दौर खत्म हो चुका है।  जातीय जनगणना को लेकर जो लोग सवाल और राजनीति कर रहे हैं, उन्हें सीएम नीतीश कुमार के सात निश्चय का मॉडल अच्छे से समझना चाहिए।आरसीपी सिंह से  जातीय जनगणना को लेकर कई बार सवाल किए जाने पर  हर बार केवल यही कह गए कि आप नीतीश कुमार के सात निश्चय के मॉडल को देख लीजिए।। उन्होंने जातीय जनगणना की मांग पर पार्टी के स्टैंड न समर्थन किया और न विरोध। गोल-मटोल जबाव देते रहे।

बगैर जातीय जनगणना के भी विकास  समाज के हर तबके की पहुंच तक

केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने कहा कि आज समाज के हर तबके को विकास की धारा मिल रही है।केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार हो या फिर बिहार की नीतीश सरकार, दोनों सरकारें समावेशी विकास के मॉडल पर आगे बढ़ रही हैं। ऐसे में आरक्षण का मुद्दा भी खत्म हो गया है। आशय था कि  बगैर जातीय जनगणना के भी विकास  समाज के हर तबके की पहुंच तक है। आरसीपी सिंह ने कहा कि आबादी के आधार पर अनुसूचित जाति जनजाति का आरक्षण होने के कारण ही इन जातियों की जनगणना आज भी होती है। 

मनमोहन सिंह ने भी मिलने का वक्त नहीं दिया था।  

जातीय जनगणना कराने की मांग लेकर नीतीश कुमार के पत्र का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जवाब और मिलने का वक्त नहीं मिलने संबंधी सवाल पर आरसीपी सिंह ने याद दिलाया कि विशेष दर्जे के मसले पर पहले नीतीश कुमार ने जब पत्र लिखा था, उस वक्त पीएम रहते मनमोहन सिंह ने भी मिलने का वक्त नहीं दिया था।

पिछले 11 सालों में संगठन के भीतर जैसे हमने काम किया, हमारी पार्टी बूथ स्तर तक पहुंच गई 

आरसीपी सिंह ने कहा कि जेडीयू के कार्यकर्ता जमीन पर काम करते हैं। पिछले 11 सालों में संगठन के भीतर जैसे हमने काम किया, हमारी पार्टी बूथ स्तर तक पहुंच गई है। जो भी कार्यकर्ता आज आये हैं, उन्हें लगता है कि वे भी मंत्री बन गए हैं। कार्यकर्ता  काफी उत्साह में  हैं। मेरी पार्टी में सिर्फ नीतीश जी ही नेता हैं। एक बात समझिये कि आज केंद्र में भी एनडीए की सरकार है और बिहार में भी एनडीए की सरकार है। दोनों जगह एनडीए की सरकार होने के कारण बिहार को इसका फायदा मिलेगा। बिहार एक विकसित प्रदेश बनेगा। दोनों जगह हमारी सरकारें हैं. इसलिए बिहार विकसित होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !! Copyright Reserved © RD News Network