डालमियानगर : आल इंडिया रेलवेमेंस फेडरेशन के आह्वान पर देश भर में हुई रेलकर्मियों के विरोध प्रदर्शन के दवाव में आखिरकार केन्द्र सरकार को झुकना पड़ा। और रेलकर्मियों एवं यूनियन के भारी दबाव के बीच केन्द्र सरकार ने बोनस देने की घोषणा कर दी।
ईसीआरकेयू के केन्द्रीय उपाध्यक्ष डी पी यादव ने बताया कि आज रेल मंत्रालय के बोनस नही देने के मंसूबे को चकनाचूर करते हुए अॉल इंडिया रेलवेमेंस फेडरेशन के आह्वान पर ईस्ट सेन्ट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन सहित देश भर के रेलकर्मियों के भारी दबाव और विरोध प्रदर्शन के आगे घुटने टेकते हुए केन्द्र सरकार ने रेलकर्मचारियो को बोनस देने की घोषणा कर दी।
डी पी यादव ने केन्द्र सरकार के द्वारा बोनस की घोषणा को रेलकर्मियों की जीत बताते हुए कहा कि जिस प्रकार बोनश के लिये रेलकर्मियों के सहयोग से युनियन सरकार पर दवाव बनाया और हमारी जीत हुई, उसी प्रकार रेलवे में ops लागू कराने केलिय हो या लार्जेश लागू कराने के लिये,निजीकरण, निगमीकरण , या बन्द एनाउंश को चालू कराने के लिये भी चक्का जाम यानी हड़ताल का नोटिस देना होगा। रेलबे कर्मचारी सरकार से दो दो हाथ करने को तैयार है ।इस जीत का सेहरा 13 लाख 8 हजार रेलकर्मियों और यूनियन के युवा नेतृत्व को जाता है। जिसकी दमदार उपस्थिति भारत सरकार को सोचने पर मजबूर कर दिया था ।
इधर बोनश की घोषणा होते ही ईस्ट सेन्ट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के डेहरी शाखा सचिव एस पी सिंह, अध्यक्ष रमेश चन्द्रा, अमरेश कुमार, अमरेन्द्र कुमार सिंह, रवि रंजन सिंह, ईसीआरकेयू के कार्यकारी अध्यक्ष हरेन्द्र सिंह, उपाध्यक्ष विजय बहादुर, धर्मेन्द्र कुमार, प्रमोद कुमार यादव, सीनियर सेक्शन इंजीनियरिंग आई एन सिंह, स्टेशन मास्टर शशि भूषण,मुश्ताक अंसारी, रवि मेनन, जीतेन्द्र कुमार, उमेश कुमार, जीतेश कुमार, धरमू एक्का, जमींदार प्रसाद, सुरेन्द्र कुमार सहित सैकड़ों रेलकर्मियों ने हर्ष व्यक्त करते हुए इसे संघर्ष की जीत बताया और केन्द्र को साधुवाद दिया।