रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : 08 जून 2021 : नोखा। कोविड जैसी आपदा को अवसर बना कर भुनाने में नोखा प्रखंड क्षेत्र के वाहन संचालक भिड़े हैं। उन्हें किसी की परवाह नहीं है। दो गुना से तीन गुना तक अधिक किराया वसूला जा रहा है। वाहन संचालकों के तेवर देखकर अव्वल तो कोई भी सवारी विरोध करने से बाज आती है लेकिन किसी-किसी ने आपत्ति जताने की भूल कर दी तो उनकी दुर्गति करने में भी कोताही नहीं बरता जा रहा है। इतने पर भी इन वाहन संचालकों को संतोष नहीं है। वह क्षमता से अधिक सवारियों को ठूंस कर इन दिनों चल रहे हैं।
सवारियों का हाल भेड़-बकरियों की तरह हो कर रह गया है। इस गर्मी में औरतें-बच्चे बुरी तरह से बिलबिलाते हुए सफर करने को बाध्य हैं लेकिन इनके बुरे हाल से भी वाहन संचालकों का दिल नहीं पसीज रहा। कोरोना गाइडलाइन का पालन करने जैसी कोई बात यह नहीं मान रहे और पैसों की उगाही के चक्कर में सबके स्वास्थ्य से भी खिलवाड़ कर रहे हैं। सोशल डिस्टेंस की ऐसी-तैसी कर रहे वाहन संचालक न तो खुद मास्क लगा कर चल रहे और न ही सवारियों को इसके लिए हिदायत दे रहे। सैनिटाइजेशन आदि की व्यवस्था तो दूर की बात है। इधर, जिला परिवहन विभाग चुप्पी साधे बैठा है। वाहन भाड़ा, कोविड गाईडलाइन का पालन या संचालकों को जागरूक करने जैसे कार्य ठप पड़े हैं। नियमों के उल्लघंन पर कार्रवाई सिफर है। विभाग की लचर व्यवस्था से वाहन चालकों की मनमानी बढ़ी है। जिसका खामियाजा आम यात्री भुगत रहा है। लम्बे समय से लम्बित कार्यों के निष्पादन को लेकर आमजन घरों से निकल रहे हैं। ऐसे में जो भी वाहन रोड पर हैं, वह उस पर सवार हो जा रहे हैं। वाहन संचालक उनकी इसी मजबूरी का फायदा उठा रहे हैं।
नोखा से सासाराम का किराया पूर्व में महज 25 रुपये था लेकिन इनदिनों 50 रुपये जबरन वसूला जा रहा है। यह प्रखंड भर में सबसे ज्यादा है। नोखा से पटना के लिए सामान्य दिनों में 140 रुपये किराया लिया जाता था लेकिन वर्तमान में 400 रुपये वसूल किए जा रहे हैं। नोखा से बरॉव के लिए जहां 10 रुपये किराया तय है वहीं अभी धड़ल्ले से 50 रुपये प्रति व्यक्ति लिया जा रहा है। ले-दे कर नोखा से नटवार पथ पर राहत है। अभी भी 20 रुपये ही किराया लिया जा रहा है।
