जिले के 1,12,185 भूस्वामियों ने दाखिल खारिज कराने के लिए किया था आवेदन।
सासाराम सदर नये साल 2021 की शुरुआत हो गई है। बिते साल 2020 में दाखिल खारिज की बात की जाए तो जिले में दाखिल खारिज के लिए एक लाख से अधिक लोगों ने आवेदन किया था लेकिन, विभाग द्वारा कच्छप गति से कार्य करने के कारण 52 हजार से अधिक मामलें अभी भी अधर में लटका है। विभागीय सूत्रों के मानें तो बिते वर्ष में जिले के एक लाख, 12 हजार एक सौ 85 भूस्वामियों ने ऑनलाइन दाखिल खारिज कराने के लिए आवेदन किया था, जिसमें विभाग ने 59 हजार सात सौ 94 मामलें का निष्पादन किया है, जबकि अभी भी वर्तमान समय में जिले में दाखिल खारिज के 52 हजार तीन सौ 91 मामलें पेंडिंग (लंबित) में है। दाखिल खारिज की लंबित मामलों की आंकड़े देख से अंदाजा लगाया जा सकता है कि दाखिल खारिज को लेकर संबंधित विभाग के अफसर कितने गंभीर व सक्रिय है। लंबित मामलें की आंकड़े देख यह कहना गलत नहीं होगा कि जिले में दाखिल खारिज के मामलों का निष्पादन कार्य संबंधित विभाग द्वारा कच्छप गति से किया जा रहा है, इसके प्रति विभाग के अधिकारी व कर्मचारी कोई खास दिलचस्पी नहीं ले रहे है। जिसका खमियाजा आवेदकों/भूमिस्वामियों को भुगतना पड़ रहा है। वर्तमान समय में जिले के 52 हजार से अधिक भूमिदाता अपने जमीन कके दाखिल खारिज कराने के इंतजार में बैठे है। उन्हें दर-दर अंचल कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ रहा है। इस संबंध में अपर समाहर्ता लालबाबू सिंह ने बताया कि अब दाखिल खारिज के मामलों निष्पादन की व्यवस्था में सुधार व तेजी लायी जा रही है। इसके लिए संबंधित अधिकारी व कर्मचारियों को सक्रिय होकर काम करने का निर्देश दिया गया है।
